रांची से खबर है कि गरीबों की मेहनत की कमाई लूटने वाली दो नॉन बैंकिंग कंपनियों पर छापामार कार्रवाई की गई है और दोनों को सील कर दिया गया है. इसके 21 कर्मचारियों को जेल भेज दिया गया है. रांची में एसपी किसान प्रोडय़ूसर्स कंपनी लिमिटेड और विश्वामित्र इंडिया परिवार के ऑफिस में छापा मारा गया. इस कार्रवाई में 32 अधिकारियों और कर्मचारियों को हिरासत में लेकर कागजात जब्त किए गए और उनसे पूछताछ की गई. इसके बाद 21 कर्मचारियों को जेल भेज दिया गया. छापामारी के दौरान पैसा गिनने वाली मशीन और गनमैन की राइफल और एक फर्जी लाइसेंस भी जब्त किया गया.
रांची के पिस्का मोड़ के समीप इटकी रोड स्थित महावीर कांप्लेक्स के तीसरी मंजिल पर नन बैंकिंग कंपनी एसपी किसान प्रोडय़ूसर्स कंपनी लिमिटेड (पुणे) का दफ्तर है. इस पर गरीबों के पैसे को चार साल में दो गुना करने का झांसा देने का आरोप है. एसडीओ अमित कुमार ने पिस्का मोड़ के समीप पंडरा रोड स्थित नन बैंकिंग कंपनी विश्वामित्र इंडिया परिवार के ऑफिस में छापामारी की. इस दौरान कई तरह के कागजातों के साथ सवा लाख रुपए भी बरामद हुए हैं. मैनेजर ब्रजेंद्र चौधरी, कंप्यूटर ऑपरेटर सौरभ दास व पियून सागर कच्छप को गिरफ्तार कर पंडरा ओपी में रखा है.
विश्वामित्र इंडिया परिवार के ऑफिस में तीन घंटे तक चली छापामारी में कैश बुक समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए. तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. यह कंपनी 4 नाम से चलती है. एसपी किसान प्रोडय़ूसर्स कंपनी लिमिटेड (पुणे), साईं प्रसाद फूड्स लिमिटेड (पुणे), साईं प्रसाद प्रोपर्टीज लिमिटेड (गोवा) और साईं प्रसाद फ्यूचर रेड्डी (पुणे) के नाम से कंपनी चल रही है. दो कंपनी को सेबी ने ब्लैक लिस्टेड भी किया है. छापामारी के दौरान फ्रंट ऑफिस में कार्यरत महिला कविता कुमारी, अनुज कुमार, गार्ड कमल नारायण पांडेय और एजेंट समेत 28 लोग मौजूद थे. इन्हें तत्काल हिरासत में लिया गया. महिलाओं को सरकारी गवाह बनाया गया है.