झारखंड के यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. (यूसिल) की खदानों में सीएसआर के अंतर्गत किए जाने वाले कामों के नाम पर करोड़ो की लूट मची हुई है। इसका खुलासा सामाजिक सह आरटीआई कार्यकर्ता सोनू कालिंदी की आरटीआई से हुआ है। सोनू ने प्रधानमंत्री कार्यालय को आवेदन दे कर यूसिल के जिम्मेदार अधिकारियों पर कारवाई की मांग की थी। सोनू के पत्र पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने परमाणु ऊर्जा विभाग, नई दिल्ली को जांच का आदेश दिया है।
सामाजिक सह आरटीआई कार्यकर्ता सोनू कालिंदी द्वारा यूसिल में करोड़ो का मेडिकल घोटाला होने के संबंध मे आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा था। सोनू द्वारा भेजे गए पत्र को गंभीरता से लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने पूरे मामले में परमाणु ऊर्जा विभाग नई दिल्ली को पत्रांक संख्या 2/3/2014 पीएमपी 4/51028 दिनांक 18/06/2014 के द्वारा यथोचित कारवाई का आदेश दिया है।
यह जानकारी सोनू को सूचना अधिकार के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय से 18/08/2014 को मिली। सोनू ने बताया की यूसिल में मेडिकल के नाम पर व्यापक घोटाला किया जा रहा है। मेडिकल कैंप में एंबुलेंस से केवल दो किलोमीटर जाने का खर्च 5 से 10 हज़ार दिखाया जा रहा है। दवाई एवं डाक्टर का खर्च भी बहुत ज्यादा दिखाया जा रहा है। सोनू ने आगे कहा की सीएसआर के नाम पर यूसिल में लूट मची हुई है। अधिकारी मनमानी कर रहे है उन्हे जनता से कोई मतलब नहीं है। उन्होने कहा की पूरे मामले मे सीबीआई या उच्चस्तरीय जांच हो दोषियो को जेल भेजा जाना चाहिए।
जादूगोड़ा से संतोष अग्रवाल की रिपोर्ट।