Vineet Kumar : आप मुझे बस इतना बताइए कि आइबीएन7 जब ये बता रहा है कि दो लड़कियां आतंकवादियों के चंगुल से भाग निकली जिन्हें कि शादी का झांसा देकर उन लोगों ने अपने साथ कर लिया था, इस स्टोरी के विजुअल्स में हरे रंग का चांद और लाल रंग का दिल शामिल करने का क्या तुक बनता है? अब जब आप बिना पूरी छानबीन के पहले से ही दर्शकों को आतंकवाद और इस्लाम को एक-दूसरे का पर्याय और इधर धोखाधड़ी और प्रेम को एक करके बता रहे हों तो दर्शको के लिए ये जुमलेबाजी करना कहां मुश्किल रह जाता है कि सारे मुस्लमान आतंकवादी नहीं होते लेकिन सारे आतंकवादी मुस्लमान क्यों हैं?
अभी जब वर्चुअल स्पेस पर भटक रहा था तो देखा कि फेसबुक पर “beware of love jehad” नाम से एक पेज बनाया गया है जिसमे मुस्लिम समुदाय के प्रति एक से एक भड़काउ बातें तो लिखी ही हैं, आइबीएन7 जैसे चैनलों की ऐसी स्टोरी जो खुलेआम इस्लाम और आतंकवाद को पर्याय मानती है और जिसे संदीप चौधरी जैसे महान एंकर पेश करते हैं, आर्काइव की गई है. मेरी बुद्धि सिर्फ इतनी समझ पा रही है कि मेनस्ट्रीम मीडिया जिस समरसता की बात करता है, उसमे पहले दिन से ही जहर घोलने का काम कर रहा है.
युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.
0 Comments
Leave a Reply
Cancel reply
Leave a Reply
भड़ास को मेल करें : [email protected]
भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group
Latest 100 भड़ास
- भास्कर और पत्रिका को मजीठिया मामले में HC ने दिया करंट, लेबर कोर्ट ने ऐसे टांगा
- यूट्यूब पर 4PM चैनल की बादशाहत कायम, देखें बाकी किस पायदान पर हैं!
- ग्रेटर नोएडा की इस सोसाइटी में एडहॉक एओए के लोगों पर रेज़ीडेंट्स ने फेंकी स्याही, देंगे इस्तीफ़ा
- सारे कुकर्मियों के पीछे महामानव का चेहरा ही क्यों होता है?
- मितरों, मीडिया के इस कथित बड़े संस्थान में 500 रुपये देने की औकात नहीं है!
- मणिपुर में एक साल से चल रही हिंसा और उसकी रिपोर्टिंग का विविधतापूर्ण अंदाज
- देवगौड़ा का पोता ‘सेक्स स्कैंडल’ कर जर्मनी भाग गया, मीडिया ने साधी टोटल चुप्पी!
- पत्रकारिता की कक्षा में दैनिक जागरण की इस रिपोर्ट का पाठ होना चाहिए!
- नहीं रहे इंसाफ के हक में लड़ने वाले पत्रकार सरबजीत पंढेर!
- चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए मोदी ने मुस्लिम विरोधी बयानबाजी शुरू की है!
- प्रयागराज प्रेस क्लब में बोले भारत एक्सप्रेस के एडिटर- रिपोर्टर के लिए जरूरी है जिद और जुनून
- इतना झूठ काहे बोलना ताई?
- उर्दू पढ़ने-लिखने वाले सिमटते जा रहे, लेकिन उर्दू शायरी की लोकप्रियता बढ़ रही है
- अजमल कसाब तो याद ही होगा, ऐसी झूठी और अनैतिक पार्टी है बीजेपी!
- भव्य सेट और जोरदार एक्शन से भरी यह फिल्म ‘हॉरर’ नहीं है!
- पट्ठा चालू निकला केजरीवाल!
- पंजाब में वरिष्ठ पत्रकार राजिंदर सिंह तग्गर को पुलिस ने उठाया, PCI ने की निंदा
- उन्नाव से उड़ा अंजना ओम कश्यप का हेलीकॉप्टर, रायबरेली में तलाशी हो गई!
- अफलातून को जब देखता हूं!
- इंडिया अलायंस से पीएम तय नहीं है लेकिन लाल टोपी वाले भइया ने अपना पद चुन लिया है!
- भारत एक्सप्रेस चैनल की डिबेट में वकीलों और BJP समर्थकों में हुई प्रचंड मारपीट!
- रवीश कुमार और ध्रुव राठी : मीडिया में मर्दानगी को ज़िंदा रखने वाले दो सितारे!
- NDTV को 8.74 करोड़ रु का घाटा और डिजिटल विस्तार पर 59% बढ़ा राजस्व!
- ईवीएम पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और प्रधानमंत्री को ‘करारा तमाचा’ की खुशी
- भड़ास वाला मुक़दमा : बाप-बेटी चल पड़े कोर्ट की ओर, मुक़दमा लड़ने!
- मुसलमान और सेकुलर आजकल ध्रुव राठी में अपना खलीफा ढूंढ रहे हैं!
- हाथी वाली रिपोर्टिंग- कंटेंट पर कम, ड्रामा पर ज़्यादा यक़ीन करने लगे हैं रिपोर्टर!
- क्राइम तक से विदा लेकर दैनिक भास्कर पहुंचे अपराध संवाददाता सुनील मौर्या
- लोकसभा 2024 एक स्वप्नहीन चुनाव है!
- एबीपी न्यूज छोड़ इनाडु ग्रुप से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार भूपेन्द्र पांचाल
- अमरोहा में मुस्लिम बूथ के लिए DIG का ये फारवर्ड मैसेज वायरल हो रहा है, देखें!
- प्रधानमंत्री ने लोगों को इनहेरीटेंस टैक्स में उलझाया और ‘खबर’ चुनाव आयोग की!
- पत्रकार अभयानन्द शुक्ला ने आरोप लगाकर त्यागा ‘स्वतंत्र भारत’
- नेहरू जी का खून ही ऐसा हो सकता है!
- रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क की सीनियर लीडरशिप में तमाम फेरबदल
- हेमा मालिनी की दौलत पर गोदी मीडिया कभी सवाल नहीं उठाएगा
- इंडिया टीवी ने 1st आने की खुशी में शेयर की स्पेशल पोस्ट, देखें
- ज़ी समूह से 500 लोगों को किया गया चलता, कुछ बड़े नाम भी शामिल!
- क्या मोदी सरकार भ्रष्ट तरीके से संपत्ति लूटने वालों को हित रक्षा की गारंटी देने के लिए है?
- ब्रजवासियों पर थोपी गई ‘मुंबई की हेमा’ का मथुरा आना भी ख़बर होता है!
- न्यूज़24 ने चुनाव कवरेज में ली बड़ी लीड, टॉप चैनलों को छोड़ा पीछे.. देखें आंकड़े
- Video : मोदीराज में निजी बीमा कंपनियां किसानों को दांत दिखाकर चूस रही हैं
- माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान से संजय द्विवेदी और पवित्र श्रीवास्तव की छुट्टी, देखें आदेश
- अंजना ओम कश्यप किस हैसियत से सिंधिया के लड़के का इंटरव्यू कर रही हैं?
- मोदीराज में ABP न्यूज़ के इस रिपोर्टर की इतनी तारीफ क्यों हो रही? देखें वीडियो
- इंडियन एक्सप्रेस समूह से जुड़े युवा पत्रकार सूरज तिवारी
- यूट्यूबर मनीष कश्यप की BJP में एंट्री दुष्प्रचार करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए उत्साहजनक है
- रीवा में वकीलों ने बंसल न्यूज़ के पत्रकार को जमकर पीटा, दर्ज हुआ मुकदमा
- झांसी की जनता ने अंजना ओम कश्यप के ‘हेलीकॉप्टर शो’ को नकारा, कहा- गो बैक
- जीएसटी, नोटबंदी, पेट्रोल पर टैक्स के बाद मोदी ने इनहेरीटेंस टैक्स को मुद्दा बनाया
- मोदी के झूठ और डर पर इन तीन पत्रकारों का विश्लेषण आपको भटकने नहीं देगा!
- अजीत पवार ने तो बारगेनिंग और फायदा उठाने के मामले में गुजरातियों को भी पीछे छोड़ दिया!
- देश के लोग न्यूज़ चैनलों के असल मकसद को समझ गए हैं!
- अडानी के पास एनडीटीवी के जाने के बाद चैनल की लंका लग चुकी है, न्यूज24 भी टॉप टेन से बाहर!
- CNN-News18 & Federal Bank Prime Time Studio to revolutionise primetime news television
- ‘विरासत टैक्स’ क्या है.. जिसे मोदी बीमा कंपनी LIC का डायलाग बोलकर समझा रहे हैं!
- रामदेव की पतंजलि का यह माफीनामा वह नहीं है जो होना चाहिये!
- टिकट कटने से टेंशन में थे, बीजेपी सांसद की हार्ट अटैक से मौत!
- उन्नाव के पत्रकार को 7 गोलियां मारने वाले अभी जेल में ही रहेंगे, 4 साल में तीसरी बेल रिजेक्ट
- वरिष्ठ पत्रकार सतीश नंदगांवकर की मृत्यु पर एचटी समूह ने की लीपापोती- मुंबई प्रेस क्लब
- द ट्रिब्यून से हटाए गए प्रधान संपादक राजेश रामचंद्रन!
- क्या बोल गया BJP का ये जिलाध्यक्ष? न्यूज़24 को वीडियो डिलीट करना पड़ा
- बाबा रामदेव ने यहाँ भी बदमाशी कर दी!
- पहले रवीश की कहानी देखकर रोया, अब चमकीला की!
- दैनिक भास्कर के पत्रकार ने कहा- जनता को छूने से बचते हैं टीवी के राम अरुण गोविल!
- मोदी सरकार को वीजा एक्सटेंशन में रुकावट डालने का आरोप देकर दूसरी महिला पत्रकार ने भारत छोड़ा
- चुनाव आयोग जिन्दा है, कहा है कि हम मोदी के राजस्थान वाले भाषण की जांच कर रहे हैं
- ज़ी ग्रुप के OTT प्लेटफार्म ZEE5 में भयानक छँटनी!
- अडानी ग्रुप विदेशी फंडिंग को लेकर Expose हुआ, कांग्रेस बोली- सब मोदी करा रहे!
- कम डेढ़ श्याणा नहीं है बाबा रामदेव, फुल की जगह क्वार्टर साइज माफी ही मांगी है.. देखें!
- भोजन और सेक्स पर की गई यह टिप्पणी आपको हकीम के पास नहीं भागने देगी!
- नोएडा की इस सोसाइटी में दर्द बन चुके एडहॉक-एओए की बर्खास्तगी के लिए हुई वोटिंग!
- देवरिया के पत्रकार की प्रेस मान्यता रद्द करने को लेकर हाईकोर्ट ने लगाई रोक, देखें आदेश
- रामदेव बोलकर CNBC-Tv18 के रिपोर्टर ने दी गाली, स्टूडियो में एंकर गुलाबी हो गई!
- टिकट कटने से नाराज वरिष्ठ पत्रकार उपमन्यु ने बसपा से नाता तोड़ा
- जुआ-सट्टा के विज्ञापनों को लेकर PCI ने प्रिंट मीडिया को चेताया, देखें पत्र
- इस चुनाव में मोटा माल पीटेंगे टीवी वाले!
- सुभाष चंद्रा के खिलाफ NCLT ने स्वीकारी इस कंपनी की निजी दिवाला याचिका
- प्रधानमंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग, शिकायतें और लापता चुनाव आयोग
- दैनिक भास्कर ने दिखाई सूरत में निर्विरोध ‘नए किस्म के लोकतंत्र’ की झलक!
- मुहल्ले के मुस्टंडों ने ‘आजतक’ के पत्रकार को घर में घुसकर पीट डाला, वजह छोटी सी है!
- बिलासपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत कोन्हेर नहीं रहे!
- जनतंत्र टीवी से इस्तीफा देकर पत्रकार दिलीप यादव ने इस चैनल से शुरु की नई पारी
- सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पतंजली ने अखबारों में ‘स्टांप साइज माफी’ मांगी है!
- एंकर सुधीर चौधरी में मोदी के खिलाफ इतना साहस कहां से आ गया?
- PM की हेटस्पीच पर कार्रवाई न करे तो ECI सूट सिलने वाले अपने टेलर का नाम ही बता दे!
- सूर्या समाचार से इस्तीफ़ा देकर इस बड़े न्यूज़ नेटवर्क से जुड़े पत्रकार अमित ठाकुर
- ज्यादातर सीनियर पत्रकार, अफसर, प्रोफेसर, वकील और जज कांग्रेस के लिए सॉफ्ट कार्नर रखते हैं!
- साल दर साल धरती का बढ़ता तापमान एक नई तबाही की तरफ ले जा रहा है!
- नारी शक्ति को समर्पित 11वें इम्वा अवार्ड में दिग्गज महिला पत्रकारों का हुआ सम्मान!
- NBT के इस रिपोर्टर ने उठाया बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी के प्री-प्लांड मर्डर से पर्दा
- ये साजिश मेरे साथ इसलिए हो रही क्योंकि मैं ‘गोदी मीडिया’ का पत्रकार नहीं हूं!
- दैनिक भास्कर डिजिटल ने यूपी में कई पदों के लिए निकाली वैकेंसी, देखें
- क्या उद्योगपति हर्ष गोयनका का स्टाफ़ मोदीजी के ‘मुफ्त राशन’ पर पल रहा है?
- प्रधानमंत्री के भाषण का संदर्भ : अखबारों में दिख रहा है संपादकीय विवेक का उपयोग
- मोदी की ‘हेट स्पीच’ पर इंडियन एक्सप्रेस और TOI की मिलीभगत पत्रकारिता
- मुरैना में दो कथित पत्रकारों पर स्कूल टीचरों को धमकाकर वसूली का आरोप
- गर्मी की ख़बर बताते-बताते चकराकर बेहोश हुई दूरदर्शन की महिला एंकर, देखें वीडियो!
- इंडिया न्यूज़ के डिजिटल हेड नितिन शर्मा पर महिला पत्रकार ने लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप!
- जेल-जेल पता चला है गांजा पीकर ‘लबरा’ पड़ा है!
दलपत
August 29, 2014 at 5:17 am
महोदय सच्ची बाते हमेंशा चोट करती है और जो आप कह रहे है वह भी सच है की हर मुसलमान आतंकवादी नहीं पर हर आतंकवादी मुसलमान ही क्यों है?इस बारे में इसी कौम से पूछिये की इस कार्य में इसी कौम का नाम आतंकवाद में क्यों आता है.वास्तव में में ये एक विशेष समुदाय के लोगो का जनुनी तर्क मात्र है की वे जेहादी है पर वे मात्र एक आतंक वादी है इसमें कोई शक नहीं इनका मानवता से विश्वाश उठ चूका है ये राक्षस की श्रेणी के लोग है .विश्व में फैले आतंक वाद में क्यों केवल एक समुदाय को जोड़ कर देखा जाता है? जो आतंकवादी नहीं है वे भी इस आतंकवादियों के काम की सराहना करते है भले ही छुपके पर करते जरुर है.मौन समर्थन देते है ईनको.कभी खुली खिलाफत नहीं करते उन्हें मालुम है की खिलाफत करना मौत को आमंत्रण देना है.दुनिया के सामने यह इस कौम को शांतिदूत बताते है पर विश्व शांति के सबसे बड़े खतरा भी यही है.
mukesh
August 29, 2014 at 8:59 am
कुछ बातें न मानने पर भी इस कौम के लिए मानने को मजबुर हो जाना पडता है।
इस कौम के अंतिमवादी तथा कुछ लोग सारी दुनिया को मुसलमान बना देना चाहते है और इसके लिए वे जुल्म और मारकाट का रास्ता ही चुनते है बजाय हुनर,शिक्षा,अनुसंधान या व्यापार का रास्ता अपनाने के। ये लोग हर काम के लिए शरीयत कानुन,गुनाह या इस्लाम खतरे मे है की बात करने लगते है। हर देश में शरीयत के कायदे अलग अलग है क्या ?
अफ़गानी पढ़ाई करने पर मलाला जैसे मासुमों को गोली मारते है जबकी तुर्की अपने को युरोपीयन ,तालीमी दीखाने पर उतारु है। तालीबानी संगीत,को हराम करार देते है तो पाकीस्तानी गायक हिन्दुस्तान अाकर अपना रुतबा बढ़ा ने में फर्क महसुस करते है। हिन्दुस्तान का कोई भी नथ्थुगेरा मौलवी तस्वीर खींचवाने को नापाक और इस्लाम विरोधी करार देता है तो जोया खान, कैटरीना,गौहर खान,सलमा हायेक जैसी लड़कीयों को फिल्मों में काम करने के साथ साथ वस्त्र त्याग करने में कोई शरीयत या इस्लाम की याद नहीं अाती।
दुनिया भर में मुसलमान मुसलमान को ही मार रहा है इराकी, पाकीस्तानी,चेचनी,अफ़गानीस्तानी,शीया,सुन्नी,कुर्द,तालीबानी,अाइएसअाइएस सब लोग अपनों को ही मार रहे है अौर भारत केे मुसलमान भाईयों की स्थिती सुघारने की ,कत्ल का बदला लेने की कीस मुंह से बात करते है ?
सबसे बड़ी और सोचने वाली बात यह है की मुसलमान युवा चाहे कितना ही पढ़ा लिखा क्यों न हो वो मौलवी, मुल्ला के बहकावे में अाकर इस्लाम के नाम पर कैसा भी धीनौना काम करने को तैयार हो जायगा, क्या उसे अपने ईल्म,नोलेज, समज पर भरोसा नहीं होता है ?
अब मुस्लिम समाज को अपने धर्म को धर्म तक सिमित रख कर हर स्थिति को नये अेंगल से देखना परखना होगा ओर समय की हवा के साथ अपने अाप को ढ़ाल कर अाने वाली पीढ़ी के लिए नये रास्ते तलाशने होंगे,तब ही उनका उध्धार मुमकीन है वर्ना मुल्ला,मौलवी पोलीटीश्यन उन्हे बहकाने,बरगलाने बैठे ही है।
Zahir
August 31, 2014 at 7:08 am
महोदय जी, इस्लाम क्या है और कैसा है, उसके लिए तुम्हे पहले इस्लाम का अध्ययन करना होगा, सुनी-सुनाई बातों की बजाय खुद उसे पहचानो, मेरा दावा है कि इस्लाम के बुनियादी संदेश और शिक्षा से तुम खुद अपनी बातों पर शर्मिन्दा होंगे, इस्लाम धर्म सम्पूर्ण एवं सार्वभौमिक धर्म है जो कि अपने सभी अनुयायियों से समानता का व्यवहार करता है। मानवजाति के लिए अर्पित, इस्लाम की सेवाएं महान हैं। इस्लाम ने मनुष्य के आध्यात्मिक, आर्थिक और राजकाजी जीवन के मौलिक सिद्धांतों पर कायम किया है। संसार के सब धर्मों में इस्लाम के विरुद्ध जितना भ्रष्ट प्रचार हुआ किसी अन्य धर्म के विरुद्ध नहीं हुआ। लेकिन उसके विरुद्ध जितना प्रचार हुआ वह उतना ही फैलता और उन्नति करता गया।
एक बात और इस्लाम के बारे में आपकी राय से आपकी मानसिकता जरूर सामने आ गई है। मुसलमानों का दमन हों वो आपको आतंक नहीं नजर आता, लेकिन जब इसी दमन के खिलाफ मुसलमानों हथियार उठा लें तो वो आतंकवाद हो जाता है। ईसाईयों (अमेरिका और सहयोगी देशों) ने अफगानिस्तान और ईराक को तबाह कियाए सीरिया, लीबिया में विद्रोह करवाए। ईजराइल ने फिलीस्तीन में लाशें बिछा दी, वो अपको आतंक नहीं लगेगा, लेकिन उसकी खिलाफत में मुसलमान हथियार उठा ले वो आपको आतंक लगेगा। नक्सलियों, माओवादियों का आतंक आपको दिखाई नहीं देता। दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू आतंकी संगठन लिट्टे का श्रीलंका के खिलाफ आतंक दिखाई नहीं देता। स्वामी असीमानन्द, साध्वी प्रज्ञा, बाबू बजरंगी, माया कोडनानी और तथाकथित राष्ट्रवादी संगठन का आतंक दिखाई नहीं दिया। पंजाब में खलिस्तान के आतंकी आपको आतंकी नजर नहीं आए। अमरिका का जापान पर न्यूक्लियर बम फैंककर लाखों लाशें बिछाना क्या आतंक है या फिर आप आतंक को धर्म के चश्मे से देखते हैं। आपकी बातें अमेरिका की मानसिकता को दर्शाती है क्योंकि अमरिका और सहयोगियों के खिलाफ मुसलमान खड़े हो जाएंगे तो वो उन्हें आतंकी घोषित कर देगा। इससे बड़ी विडम्बना क्या होगी कि किसी भी बम धमाके में मुसलमान का नाम आते है पुलिस और मीडिया उसे तुरंत आतंकी घोषित कर देती है, वहीं असीमानन्द, साध्वी प्रज्ञा को आरोपी नाम से सम्बोधित किया जाता है। यह दोहरी मानसिकता है। जबकि आतंकवाद के नाम पर जेलों में ठूसें गए कई मुसलमान बाइज्जत रिहा होकर बरी हुए है।
Avner
September 1, 2014 at 10:51 am
For this news Muslim community is responsible itself and not IBN7. 😛