महाराष्ट्र कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव में पेड न्यूज़ की बजाय सीधे संपादकों को बदलने का अभियान छेड़ा है। मराठी अखबार प्रहार में वह मधुकर भावे जैसे कट्टर कांग्रेसी को लाना चाहती है तो हिंदी अखबार दबंग दुनिया में उसने अभिलाष अवस्थी को लाने में सफलता अर्जित की है। अभिलाष अवस्थी कांग्रेसी नेता कृपा शंकर सिंह के करीबी हैं। ‘वर्ल्ड ऑफ प्रियंका’ नामक प्रियंका गांधी केंद्रित पत्रिका के संपादक रह चुके हैं। तीस साल पहले उन्हें धर्मयुग पत्रिका से बर्खास्त किया गया था।
इन्हीं अवस्थी ने एक तारीख से दबंग दुनिया ज्वाइन किया है। अखबार का स्वरूप कॉंग्रेस मय कर दिया गया है। चर्चा है कि कुछ पत्रकारों पर नौकरी से इस्तीफा देने के लिए दबाव डालने का अभियान शुरू किया जा चुका है। दबंग दुनिया के चीफ रिपोर्टर ओ पी तिवारी हैं जो कृपाशंकर सिंह के गृह नगर जौनपुर के निवासी हैं। हिंदी अख़बारों में महानगर अखबार और नवभारत अखबार पहले से ही कांग्रेस समर्थक माने जाते हैं। अभी तक दबंग दुनिया मुंबई में संपादक के बतौर काम देख रहे नीलकंठ पराड़कर को जबलपुर स्थानांतरित कर दिया गया है। वे अभी अवकाश पर चले गए हैं। दबंग दुनिया से कई पुराने स्टाफ को निकालने की गुटखा सरदार वाधवानी की योजना है।
अमर उजाला मुरादाबाद का दामन छोड़कर सुधांशु त्रिपाठी ने हिंदुस्तान मुरादाबाद ज्वाइन कर लिया है। पिछले एक दशक से पत्रकारिता में वे राष्टीय सहारा गोरखपुर दैनिक जागरण बरेली और हल्द्वानी में अपनी सेवाएँ दे चुके है। वह तीन साल पहले अमर उजाला से जुड़े थे। हिन्दुतान ने उन्हें सीनियर कॉपी रायटर और अच्छे पैकज पर जोड़ा है।
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hemant patil
September 13, 2014 at 1:54 pm
abhilash avshthi ko koi anubhav nahi hai ,dhrmyug se nikale jaane ke baad do baje dophar aur vividh samachaar me malik anaa ko jil bhejkar dam liyae ,navbharat tims me to kabhi kaam nahi kiya hai ,jhooth bolkar dabang me aaya hai .yah styanaash karke chhodega.
hemant patil
September 13, 2014 at 1:57 pm
तीस साल पहले उन्हें धर्मयुग पत्रिका से बर्खास्त किया गया था। no expriyens hi is pooar
geetanjali
September 9, 2014 at 1:29 pm
किशोर वाधवानी को मुंबई के द्बंग दुनिया के संपादक नीलकंठ पारटकर का bpl
जाहिल अनपड गंवार किशोर वाधवानी जो खुद को द्बंग दुनिया का cmd कहलवाना पसंद करते हैं, हलाकी वे शायद खुद भी इसका मतलब नही जानते को मुंबई के द्बंग दुनिया के ऐक्स संपादक नीलकंठ पारटकर ने जोरदार bpl दिया है. इस bpl का मतलब समझ ने के लिये किशोर वाधवानी को जिंदगी न मिलेगी दोबारा फिल्म देखनी होगी. अगर बात तब भी समझ में ना आये तो भडास के अगले पोस्ट तक इंतजार करे.
iyer sp
September 9, 2014 at 1:54 pm
मुंबई के समाचार जगत में दबंग दुनिया जैसी सफलता किसी दूसरे अखबार को नहीं मिली। यह अखबार नीडर दबंग लग लग रहा था पर वह कांग्रेस के हाथ का शिकार हो गया यह बड़ा दुःखद है
रवी पांडे
September 9, 2014 at 2:15 pm
अभिलाशजी दबंग को डूबाकर ही रहेंगे.
पराडकर जी के अनूभव के आगे सब फेल है.
अब तो दबंग दुनिया को भगवान ही बचाए ईन लुटैरों से
रवी पांडे
September 14, 2014 at 1:38 pm
[quote name=”abhi”]गुड वर्क वाधवनी जी , क्योकी इस बार आपने सही को चुना. आप ने अगर आपने यह फैसला पहले लिया होता तो शायद दबंग दुनिया को शातिर ठग वाला विज्ञापन नहीं चलाना चलाना पड़ता। दबंग दुनिया में संपादक जी अपने चमचो द्वारा अवैध तरीके से पत्रकारों की नियुक्ति करवाते हैं और उन्हें बेवजह सैलरी के लिए परेशान करते थे। मैं किशोर वाधवानी जी के फैसले का तहे दिल से स्वागत करता हूँ, और आपसे रिक्वेस्ट करता हूँ की इनके चमचो को भी यहाँ से जल्द दूँर करेंगे.[/quote]
ये “अभी” कही खुद “Abhilash” हि तो नही
रवी पांडे
September 14, 2014 at 1:41 pm
Naukri khatre mai aane ka daar dabang duniya k naye editor aur unke chirkut chamcho k sir par mandraane laga hai 8) 😛