पिछले वर्ष की भाँति फिर एक बार फिर काशी पत्रकार संघ चुनाव की घोषणा हो गयी है। चुनाव 28 सितम्बर 2014 को होगा। इस चुनाव को असंवैधानिक बताते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्रीकान्त तिवारी ने उपजिलाधिकारी सदर अंकित अग्रवाल व सहायक रजिस्ट्रार मनोज कुमार सिंह के यहां लिखित शिकायत की है। दोनों अधिकारियों ने नोटिस जारी कर दिया है। एलबीके दास जैसे वरिष्ठ पत्रकार की तीन दशक से ज्यादा पुरानी सदस्यता बिना वजह खारिज कर दी गयी। पत्रकार संघ के इतिहास में अवकाश प्राप्त लोगों को मानद सदस्य बनाया जाने की परंपरा रही है। किन्तु योगेश गुप्त पप्पू को मध्य प्रदेश जनसंदेश टाइम्स (सतना) में कार्यरत होने के बावजूद मानद सदस्य बनाया गया जबकि श्रीकान्त तिवारी, हरिबंश तिवारी, गोपेश पाण्डेय, डा. दयानन्द, पं. अमिताभ भट्टाचार्या जैसे वरिष्ठ पत्रकारों को संघ का मानद सदस्य नहीं बनाया गया।
काशी पत्रकार संघ के चुनाव की घोषणा होने के बाद गोलबन्दी शुरू हो गयी है। काशी पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर अपना नामांकन कर दिया है। प्रदीप शिक्षाविद दीपक मधोक की सामाजिक संस्था जागो बनारस में कार्यरत हैं। इनके प्रतिद्वन्द्वी के रूप में रामात्मा श्रीवास्तव, शिवशंकर व्यास भी ताल ठोंक रहे हैं। अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए चुनावी मैदान के लिए सियाराम यादव, बीबी यादव, सुभाष सिंह, प्रमिला तिवारी ने नामांकन किया है। कोषाध्यक्ष के लिए पवन कुमार सिंह, वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, उमेश गुप्ता, दीनबन्धु राय जोर आजमाइश कर रहे हैं। सभी की अपनी ढपली-अपना राग है। मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर कबीरचौरा हास्पिटल के सामने दवाई बेचने वाला यूके मेडिकल का मालिक देव कुमार केशरी चुनावी मैदान में है। उमेश गुप्ता, आनन्द मौर्या भी मैदान में हैं।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.