ओके इंडिया न्यूज़ चैनल हरियाणा के मालिक जोगेंदर सिंह, वर्तमान चीफ एडिटर शिशिर शर्मा और पूर्व चीफ एडिटर शिव कुमार शर्मा पर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में पुलिस ने चैनल के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी करने व अमानत में खयानत करने के गम्भीर आरोपो में मामला दर्ज़ कर लिया है. अब आर्थिक अपराध शाखा यानि ईओडब्ल्यू की विशेष टीम पूरे मामले की पड़ताल करेगी. साथ ही इस चैनल का लाइसेंस रद्द करने हेतु भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लिखा गया है. इन सभी के खिलाफ क्या शिकायत है, जानने के लिए नीचे दी गई शिकायत की कापी पढ़ें और फिर दर्ज मुकदमें की प्रति देखें… उसके बाद बिलकुल आखिर में ओके इंडिया चैनल का स्पष्टीकरण पढ़ें….
इस बीच, ‘ओके इंडिया’ चैनल ने अपने उपर लगे आरोपों को लेकर भड़ास के पास एक लिखित पत्र भेजा है, जिसे हूबहू प्रकाशित किया जा रहा है….
मध्य प्रदेश से जो मामला आज भड़ास मीडिया पर आया है वह सब तथ्यात्मक सत्य नहीं है क्योंकि जिस व्यक्ति ने चैनल के पदाधिकारियों पर आरोप लगाए हैं वह ओके इंडिया चैनल से जुड़े हैं, जबकि शिकायतकर्ता ने ओके लाइफ केयर कंपनी के द्वारा धोखाधड़ी करने की तहरीर दी है… चैनल की तरफ से मध्य प्रदेश में राजेश व्यास ब्यूरो चीफ थे, ना कि शिकायतकर्ता राजेश चोपड़ा… राजेश चोपड़ा का चैनल के साथ कोई अनुबंध नहीं रहा है… फिर किस आधार पर चैनल को और चैनल से जुड़े लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है… ऐसा लगता है कि साजिश के तहत चैनल की छवि खराब की गयी है… चैनल के मध्यप्रदेश ब्यूरो राजेश व्यास को चैनल के नाम से अवैध वसूली करने की शिकायत मिलने पर चैनल से हटा दिया गया था… इसकी पट्टी चैनल पर चलाई गयी थी.. भड़ास फार मीडिया से कहना है कि बिना तथ्यों की परख के खबर प्रकाशित न करें… भड़ास पर आयी शिकायती पत्र को पढा जाए तो उसमें कहीं पर ओके चैनल का नाम नहीं लिखा है… उसमें ओके लाइफ कैयर का उल्लेख किया गया है…
शिशिर शर्मा
प्रबंध संपादक
ओके इंडिया
रोहतक