दैनिक जागरण के मालिकान को खुश करने के लिए आए दिन अखबार के प्रतिनिधियों पर दबाव डालने पर संपादक को 24 मार्च बुधवार की दोपहर अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। वह कुशीनगर जिले के लगभग 60 प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आगामी अप्रैल माह में गोरखपुर यूनिट के स्थापना दिवस पर विज्ञापन लक्ष्य देने पहुंचे तो कुशीनगर जिले के कसया तहसील से जुड़े पत्रकार विवेक, कृष्ण मोहन पांडेय, रामाचरण शुक्ल आदि ने कहा कि अभी फरवरी माह में ही विशेष आयोजन के तहत विज्ञापन दिया गया था।
इसे सुन कर संपादक नाराज हो गये और कुछ लोगों को बैठक से बाहर जाने को कह दिया। इसे सुनते ही आधे से अधिक प्रतिनिधि नाराज हो गये और जिला कार्यालय से बाहर निकलकर ‘संपादक मालिकान का दलाल है’, ‘संपादक वापस जाओ’ आदि नारे लगाने लगे।
जिला प्रभारी आशीष श्रीवास्तव, कसया तहसील प्रभारी अनिल त्रिपाठी, हाटा तहसील प्रभारी बृजेश शुक्ल ने किसी तरह प्रतिनिधियों को शांत कराया।
कुशीनगर जिले में दैनिक जागरण संपादक के साथ हुआ हंगामा चर्चा का विषय बना हुआ है।
सुनें बैठक के दौरान हुई बातचीत के कुछ अंश-
अब पूरी बात विस्तार से….
24 मार्च 2021 को कुशीनगर के पडरौना स्थित ब्यूरो कार्यालय में अप्रैल माह में मनाए जाने वाले स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जिले भर के संवाददाताओं की मीटिंग बुलाई गई। इसमें जिला प्रभारी के अलावा संपादक मदनमोहन सिंह व विज्ञापन प्रबंधक रमेश यादव भी शामिल थे।
बैठक शुरू होने पर जिला, तहसील व विज्ञापन प्रभारी के बीच बीते साल मिले लक्ष्य व छपे विज्ञापन पर चर्चा हो रही थी। इसी बीच पीछे बैठे एक संवाददाता को संपादक ने बुलाया और उससे पूछने लगे क्या करने आए हो। संवाददाता ने जवाब दिया कि बैठक में बुलाया गया है। इस पर संपादक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बात क्यूं कर रहे थे। उसने फिर कहा कि सर मैं बात नहीं कर रहा था। जवाब सुनते ही संपादक ने कहा कि मीटिंग से बाहर हो जाओ, भागो यहां से। संवाददाता कुछ देर वहीं खड़ा रहा। फिर संपादक ने उसे बैठने को कहा।
बैठक के दौरान जौरा बाजार के संवाददाता विवेक उपाध्याय ने कहा कि मुझे 65 हजार टारगेट मिला है, जो बहुत अधिक है, इतना हमसे नहीं हो पाएगा। इस पर संपादक ने उसका अपमान किया और कहा कि मैं जानता हूं कि पत्रकार किस तरह से अखबार का नाम बेचकर पैसा कमाता है। तहसील प्रभारी कसया के कहने पर संपादक जी ने विवेक को बैठने की अनुमति दी।
दैनिक जागरणस सखवनिया, कुशीनगर के संवाददाता कृष्ण मोहन पांडेय ने कहा कि हम लोगों का कमीशन दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है। पहले कमीशन 15 प्रतिशत मिलता था, फिर 12.5 प्रतिशत हुआ और अब सिर्फ 10 प्रतिशत मिल रहा है। सर कमीशन पहले की तरह 15 प्रतिशत कर दिया जाए तथा संवाददाताओं का परिचय पत्र जारी कर दिया जाए, जिससे कवरेज के दौरान आने वाली दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इस पर उन्होंने कहा कि आप लोग पत्रकार कम दलाल अधिक हो गए हैं। इस पर आपत्ति जताते हुए कृष्ण मोहन पांडेय मीटिंग से बाहर निकल गए।
इस रिपोर्टर के साथ अन्य कई संवाददाता भी बाहर निकल गए। उन्हें भी संपादक की बात नागवार लगी। इन ग्रामीण रिपोर्टरों का कहना है कि वे मान-सम्मान के लिए पत्रकारिता करते हैं। संपादक से नाराज पत्रकार नारेबाजी करने लगे।
विवाद की यह बात कार्यालय से बाहर सड़क तक आ गई। जिला प्रभारी, तहसील प्रभारी ने पहल कर सबको फिर मीटिंग में बैठाया। इसके कुछ क्षण बाद ही संपादक टारगेट पूरा करने की बात कह कर चले गए।
शाम होते ही जागरण की मीटिंग में हंगामे की बात नगर समेत जिले भर मैं फैल गई।