The Delhi Union of Journalists (DUJ) and the Delhi Media Centre for Research & Publications Trust express their grief and shock at the death of veteran journalist B.G. Verghese.
In a joint statement the two bodies recalled his services to the profession, his upholding of causes he believed in, his role in the exposure of the paid news syndrome. It also noted that he had made laudable achievements in the Press Council of India and his famous resignation from the Hindustan Times. The statement recorded his role in development journalism, his espousal of civil liberties and desire to speak without fear on issues he believed in.
Press Statement
वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी ने अपने ब्लाग मीडिया मीमांसा पर वर्गीज को श्रद्धांजलि कुछ यूं दी है…
वर्गीज को श्रद्धांजलि के बहाने : यह स्वीकार करने में अब एकदम हिचक नहीं रही कि भारतीय पत्रकारिता का बहुसंख्यक चेहरा अर्थ यानी धन से ही संचालित होे रहा है, सरोकार तो पता नहीं पत्रकारिता कहां पीछे छोड़ आई है। दिल्ली जैसे शहर में… जहां पत्रकारिता में तुलनात्मक रूप से स्थायीत्व और निरंतरता कहीं ज्यादा है…. वहां भी सरोकार या तो पीछे छूट चुके हैं या छूटने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन इसी दिल्ली और इसी दौर में बी जी वर्गीज़ भारतीय पत्रकारिता के लिए मशाल की तरह रहे… सरोकार, विकास और धारा से विपरीत लेकिन संस्कारों से ओतप्रोत विचार…. बी जी वर्गीज़ की पहचान रही। वर्गीज़ के बहाने सरोकार और संस्कार की दबी ढंकी चाहत रखने वाले पत्रकारों के मानस में बेहतर भविष्य की आकांक्षा वाली एक लौ जलती रही, लेकिन दुर्भाग्य…. अब वह लौ भी बुझ गई है… उम्मीद करें कि वह लौ पथभ्रष्ट हो रही पत्रकारिता को उसके मूल सरोकारी पथ पर लाने का प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी…. श्रद्धांजलि..