रवीश कुमार-
एक बॉन्ड आया था। इलेक्टोरल बॉन्ड। झाँसा दिया गया कि यह पारदर्शी है। लोग बैंक को पैसा देंगे और बैंक पार्टी को बॉन्ड देगा। लेकिन पता नहीं चलेगा कि किसने कितना पैसा दिया। देने वाले का नाम ग़ायब। सबने ताली बजाई कि वाह अच्छा नियम आया है। नितिन सेठी जैसे पत्रकारों ने इसके खेल पर जान लगाकर रिपोर्टिंग की लेकिन जनता ने कहा हम तो ताली बजाएँगे।
नतीजा ?
बीजेपी को कुल 76 प्रतिशत बॉन्ड मिले हैं। 2019-20 में बीजेपी को 3400 करोड़ से अधिक दान मिले हैं। जितने चंदे मिले हैं उसमें सबसे अधिक बीजेपी को मिले हैं। देने वाले का नाम बैंक के पास होगा ही। वो सफ़ेद कमाई का पैसा दे रहा है या काली कमाई का कौन जानता है। लेकिन बैंक के ज़रिए कौन जान जाता होगा कि दूसरे दलों को चंदा कौन दे रहा है यह इस देश में जानना आसान नहीं है।
वैसे जब जनता की कमाई घटी हो और पार्टी को बढ़ी हो तो कम से कम इसी का दोस्त मनों।
संवैधानिक चेतावनी: यह जानकारी आपके जागरूक होने के लिए नहीं है।
One comment on “भाजपा समर्थकों के लिए ख़ुशख़बरी, बीजेपी की आय सबसे अधिक”
अच्छा काम करो तो सभी साथ देते हैं… लक्ष्मी भी कृपा करती है