यूपी के भदोही में औराई विधायक दीनानाथ भास्कर ने दो लोगों पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है. इनमें से एक व्यवसायी व स्वयं भाजपा नेता और दूसरा पत्रकार है. आरोप चुनाव के वक्त टिकट के बदले रूपया लेने का है. भाजपा नेता ने विधायक पर आरोप लगाया, जिसकी खबर चलाई पत्रकार ने. इसके बाद भाजपा विधायक ने दोनों पर मुकदमा करवा दिया.
भड़ास को मिली कॉपी में FIR संख्या- 254/2023 की धारा 500/501/502/120-B/66/3(1)(द) व 3(1)(घ) के तहत BJP नेता विनीत जायसवाल उर्फ राजू जायसवाल और यूट्यूबर विपुल पाण्डेय पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है. विनीत जायसवाल भदोही के व्यवसायी हैं, इनने ही विधायक पर रूपये लेकर टिकट दिलाने का आरोप लगाया था. जिसकी खबर यूट्यूब पत्रकार विपुल पाण्डेय ने अपने चैनल में प्रसारित की थी.
औराई भाजपा विधायक दीनानाथ भास्कर का कहना है कि, ‘सोशल मीडिया पर प्रसारित पत्र के माध्यम से आरोप लगाया कि, विधायक ने टिकट के नाम पर 23 लाख रूपये लिये थे. इसके बाद भी उसे टिकट नहीं मिला. रूपये लेने के दौरान वहां भाजपा के कई नेता थे. इस खबर को बिना प्रामाणिकता व ठोस साक्ष्य के एक यूट्यूब चैनल ने प्रसारित किया. विधायक का आरोप है कि विनीत जायसवाल के साथ गोपीगंज निवासी यूट्यूबर विपुल पाण्डेय ने दलित होने के कारण उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया. दोनों ने असंसदीय भाषा का प्रयोग कर उन्हें अपमानित किया, जिसके बाद उन्होंने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार से शिकायत की थी. जिसे लेकर बीते गुरूवार दोनों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.’
https://fb.watch/otqilelbeX/?mibextid=Nif5oz लिंक में यूट्यूबर द्वारा अपलोड वीडियो देखा जा सकता है.
मामले में विपुल पाण्डेय ने यूपी के राज्यपाल, पुलिस महानिदेशक, लखनऊ, पुलिस महानिरीक्षक, मिर्जापुर मण्डल, अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन, जिलाधिकारी भदोही व पुलिस अधीक्षक भदोही को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है. विपुल ने लिखा कि, ‘निकाय चुनाव के दौरान भदोही नगर पालिका से भाजपा नेता विनीत जायसवाल राजू टिकट के दावेदार थे. विनीत जासवाल ने टिकट ना मिलने पर भदोही के कुछ नेताओं पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया था, विपुल ने इसकी खबर अपने चैनल पर चलाई.
इसके अलावा विपुल का कहना है कि, इसी दौरान उनने एक सरकारी तालाब पर कब्जे का मामला उठाया. जिसमें उन्हें एससी-एसटी में फंसाने की धमकी मिली थी. इसी कड़ी में मानक अनुरूप काम ना होने पर औराई विधानसभा व पुलिस दद्वारा की गई गलत कार्रवाई की भी खबर प्रसारित की थी. जिससे खार खाये औराई विधायक और अपर पुलिस अधीक्षक ने साजिशन उनपर एससी-एसटी का मुकदमा कराया है.उनका कहना है कि पुलिस उन्हें व उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. यूट्यूबर ने ये भी कहा कि इस प्रताड़ना से वे और उनका परिवार आत्महत्या कर सकते हैं, जिसकी जिम्मेदारी औराई विधायक दीनानाथ भास्कर व अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती की होगी.’
भड़ास से फोन पर हुई बातचीत में यूट्यूबर विपुल पाण्डेय बताते हैं, ‘उस दौरान सभी अखबारों ने खबर चलाई थी. अब विधायक जी बड़े मीडिया संस्थानों से पंगा तो ले नहीं सकते, उनको पत्रकार के नाम पर एक मैं ही दिखा तो मुझपर फर्जी तरीके से मुकदमा करा दिया. जबकि मुकदमा लगाने वाला उन्हीं की पार्टी का अब भी सक्रिय सदस्य बना हुआ है.’