जादूगोड़ा। आज एक दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस का बर्बर और दोहरा चेहरा सामने आया है। एक ओर तो जादूगोड़ा पुलिस शातिर अपराधियो को पकड़ने में नाकाम है, कई वारंटी खुलेआम घूम रहे हैं। करोड़ो के ठगी के शिकार पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार देर रात एक 12 वर्षीय बच्चे शिवचरण दास को मोबाइल चोरी के आरोप मे जादूगोड़ा पुलिस ने उलटा लटका कर लाठी डंडों से जमकर पिटाई की। शनिवार को भी बच्चे की लाठी से पिटाई की गयी और बाद में उसे छोड़ दिया गया।
अपने बच्चे के जख्म दिखाते हुए अनिल गोप ने बताया की झूठे मामले में जादूगोड़ा पुलिस उसके बेटे को शुक्रवार रात घर से उठा कर ले गयी और थाना में उलटा लटका कर बुरी तरह पिटाई की। उसके बहुत आग्रह करने पर भी पुलिस ने उसके बेटे को नहीं छोड़ा। गोप ने बताया कि शनिवार को भी शिवचरण की पिटाई की गई और उसे छोड़ने के लिए थाना में मौजूद अधिकारी ने दो हज़ार रूपिए की मांग की और कहा कि पैसा दो नहीं तो दोबारा तुम लोगों को अंदर कर देंगे।
शिवचरण दास ने बताया की उसका चोरी से कोई लेना देना नहीं है। वह आदित्यपुर मे काम करता है। पुलिस ने उसे उलटा लटका कर डंडों से पिटाई की। उसके पेट और पैर में डंडे मारे जिसके कारण पूरा बदन दर्द कर रहा है।
जादूगोड़ा थाना अध्यक्ष अरविंद प्रसाद यादव कुछ दिनों से छुट्टी पर गए हुए हैं। प्रभारी थाना अध्यक्ष बानेश्वर भगत ने बताया की गुप्ता स्टोर में बच्चों ने चोरी की थी। एक का नाम गणेश महाली और एक का नाम शिवचरण दास है। दोनों 13 वर्ष के हैं। कागज़ी कार्यवाही के बाद दोनों को छोड़ दिया गया है। उन्होने मारपीट का आरोप से इंकार किया। एक ओर पुलिस मारपीट के आरोपों से इंकार कर रही है वहीं बच्चे के शरीर मे मौजूद लाठी के निशान खुद अपनी कहानी कह रहे हैं। (विडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें)
bachche ko chori ke aarop mei police waalo ne peeta
जादूगोड़ा से संतोष अग्रवाल की रिपोर्ट।