बिहार के कोसी क्षेत्र के जिला सहरसा में बीती रात खबर कवर करने सदर अस्पताल गए पत्रकारों के साथ डॉ एसके आजाद ने बदसलूकी कर दी। पत्रकारों पर आरोप लगाया की प्रेस वाले जबरन खबर बनाते हैं, इनकी खबर का कोई औचित्य नहीं होता है। ये सारा वाक्य सांसद पप्पू यादव के सामने हुआ। डॉक्टर पत्रकारों के बारे में उंच-नीच की बात कहते रहे लेकिन माननीय सांसद चुप्पी साधे बैठे रहे। सहरसा के पत्रकारों ने आज डीएम से मिल कर एक आवेदन दिया और डॉक्टर आजाद को हटाने की बात कही।
डीएम ने जाँच करने के किये टीम गठित कर दी है जो तीन दिन के अंदर जाँच रिपोर्ट डीएम को देगी। गौरतलब है कि जिस डॉक्टर के ऊपर जाँच किया जाना है उन पर किसी बड़े सफ़ेदपोश का हाथ है क्योंकि इससे पहले भी इस डॉक्टर पर आरोप लग चुके हैं और थाने में मामला भी दर्ज हुवा है, लेकिन उनके खिलाफ कुछ हुआ नहीं। अब देखना ये है कि यहाँ पत्रकार की जीत होगी या आरोपी डॉक्टर की जीत। पत्रकारों की बैठक में जी पुरवैया के मुकेश सिंह, हिंदुस्तान अख़बार के नवीन निशांत, इटीवी के पीयूष मिश्र, सहारा समय के नीरज सिंह, आर्यन के पंकज सिंह, प्रभात खबर के श्रुति कान्त, सहित कई लोग उपस्थित थे।
Comments on “सहरसा में पत्रकारों के साथ डॉक्टर का अभद्र व्यवहार, पत्रकार हुए गोलबंद”
sabhi press reportero me agar aisi hi unity rahi to kya mazal kisi doctor ki jo press walo per tohmat lgai