भड़ास ने कल नोएडा की घरेलू हिंसा की शिकार महिला डाक्टर के प्रकरण को प्रमुखता से उठाया. इस प्रकरण से संबंधित खबर, वीडियो, ट्वीट और पोस्ट्स वायरल होने के बाद जब प्रकरण नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के पास पहुंचा तो उन्होंने फौरन संज्ञान लिया और पीड़ित महिला को मिलने के लिए बुलाया.
डाक्टर अर्चना ने आज दोपहर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से मिलकर अपने प्रकरण के बारे में विस्तार से बताया और अब तक एफआईआर लिखाने के लिए किए जाने वाले अपने संघर्षों की कहानी बयान की. पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने तुरंत अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को फोन कर पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी. साथ ही फौरन एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए.
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को अपनी आपबीती सुनाते डाक्टर अर्चना रो पड़ीं. उन्होंने जानकारी दी कि उनके पति ने पर्दा टांगने वाले राड से मारकर उनका हाथ तोड़ दिया. बाद में डाक्टरों ने हाथ में रॉड डालकर आपरेशन किया. इसके बाद उन्हें उनके ही घर से बेदखल कर दिया गया. दो छोटे बच्चों को लेकर वह अपने मां पिता के साथ रह रही हैं. इस दरम्यान वह पति के खिलाफ एफआईआर लिखाने के लिए लगातार थानेदार से लेकर बड़े पुलिस अफसरों के दरवाजे पर चक्कर काटती रहीं पर कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हुई.
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने पीड़ित महिला डाक्टर को भरोसा दिया कि एफआईआर लिखने में हीलाहवाली की वे अपने स्तर से जांच कराएंगे और संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मूल खबर-
अशोक थपल्याल
February 18, 2021 at 1:59 pm
प्रिय साथी यशवंत,
आपने पीड़ित महिला डॉक्टर को न केवल न्याय दिलाने की शुरुआत की, बल्कि उसका हौसला भी बढ़ाया। साहसी एवं संवेदनशील पत्रकारिता को सलाम।