अंबाला : ‘इंडिया न्यूज’ में कार्यरत हरेंद्र सिंह को पिछले 25 दिसंबर 2014 से आज तक अपनी सैलरी का एक धेला नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि प्रबंधन का दायित्व संभाल रहे कोई राबीन सर उनसे कहते हैं- ‘आदेश कर दिया गया है, जाकर ऑफिस से सैलरी ले लो’ और ऑफिस में एचआर वाले एकाउंट वालों से बात करने के लिए कहते हैं। अब कैसे अपनी सैलरी प्राप्त करें।
हरेंद्र सिंह ने बताया कि वह आखिर किससे अपने वेतन की गुहार लगाएं। आर्थिक तंगी में उनका परिवार मरने की कगार पर पहुंच गया है। इंडिया न्यूज वाले उनकी सुन नहीं रहे हैं। कोई कुणाल सर हैं, जिन्होंने हरेंद्र सिंह को दिवालिया घोषित कर दिया है। हरेंद्र बताते हैं कि वह इंडिया न्यूज की मनमानी के कारण ही दिवालिया हुए हैं।
हरेंद्र का कहना है कि उनकी नियुक्ति तो ‘इंडिया न्यूज. में की गई है लेकिन मजीठिया आयोग की सिफारिशों के मुताबिक वेतनमान देने से बचने के लिए उनसे काम कराया जाता है ‘आज समाज’ में। वह बार बार प्रबंधन से अपनी तीन माह की सैलरी की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी मुश्किलों की कोई सुनवाई नहीं है। प्रबंधन ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है।