लखनऊ : शाहजंहापुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की जिंदा जलाकर हत्या कर दिए जाने पर आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने गहरा दुख व्यक्त किया है। आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अजेय नहीं है और उसे जनमत का सम्मान करना चाहिए। यह अफसोसनाक है कि पत्रकार की हत्या के इतने दिन बीत जाने के बाद भी पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा को सरकार अपने मंत्रिमण्डल में बनाए हुए है और जिन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज है, उन्हें निलंम्बित तक नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा है कि शायद ही ऐसा कहीं हो कि जिस व्यक्ति के विरुद्ध मरने के पूर्व मजिस्ट्रेट के सामने मृतक ने अपना बयान दर्ज कराया हो, उन्हें मंत्रिमंडल में बनाए रखा गया हो। यह कानून के राज के साथ भद्दे किस्म का मजाक है और इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है। प्रदेश में नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और आए दिन निर्दोष लोगों के ऊपर हमले तेज हो रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि आइपीएफ कानून के राज की बहाली की मांग करता है और जगेन्द्र कांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग का समर्थन करता है। आइपीएफ राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा को मंत्रिमण्डल से तत्काल बर्खास्त करने और उनके समेत हत्या में लिप्त पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग करता है। अतीत में जनता ने जिस तरह से समाजवादी पार्टी को सजा दी है, इसी गति से जनविरोधी, लोकतंत्रविरोधी रास्ते पर सरकार चलती रही तो जनता भविष्य में उसे और कड़ी सजा देगी।