योगेंद्र यादव समेत आइपीएफ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर आक्रोश

नई दिल्ली : आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने किसानों के हितों के लिए आंदोलनरत योगेंद्र यादव और स्वराज अभियान समेत आइपीएफ के कार्यकर्ताओं की आधी रात को की गयी गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने एक बयान में सरकार से गिरफ्तार सभी कार्यकर्ताओं को तत्काल बिना शर्त रिहा करने की मांग की है।

थाने में महिला को जिंदा जलाने की घटना की हो सीबीआई जांच – आइपीएफ

लखनऊ : बाराबंकी के कोठी थाने में आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीतू को पुलिस द्वारा जिंदा जलाकर मार डालने की घटना पर आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) की प्रदेश अध्यक्ष प्रो0 कमर जहां ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। आइपीएफ अध्यक्ष ने महिला की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए उ0 प्र0 सरकार से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने, दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने और मृतक महिला के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। 

पत्रकार जगेन्द्र की हत्या की हो सीबीआई जांच-आइपीएफ

लखनऊ : शाहजंहापुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की जिंदा जलाकर हत्या कर दिए जाने पर आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने गहरा दुख व्यक्त किया है। आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अजेय नहीं है और उसे जनमत का सम्मान करना चाहिए। यह अफसोसनाक है कि पत्रकार की हत्या के इतने दिन बीत जाने के बाद भी पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा को सरकार अपने मंत्रिमण्डल में बनाए हुए है और जिन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज है, उन्हें निलंम्बित तक नहीं किया गया है।

कनहर के विस्थापितों के दमन पर रोक लगाएं अखिलेश यादव : अखिलेन्द्र

लखनऊ : आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कनहर विस्थापितों पर चल रहे दमन के विरुद्ध प्रतिवाद पत्र भेजकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा है कि वह हस्तक्षेप कर जिला प्रशासन को दमन की कार्यवाही पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आवश्यक निर्देश दें। 

दिल्ली में एआईपीएफ की ललकार : जन जन की है ये आवाज, नहीं चलेगा कंपनी राज

नई दिल्ली : दिल्ली में बदले हुए राजनैतिक माहौल में यहां झंडेवालान स्थित आंबेडकर भवन प्रांगण में शुरू हुए ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम ( एआईपीएफ ) के स्थापना सम्मेलन ने कारपोरेट घरानों की लूट के खिलाफ देश भर में प्रतिरोध का साझा और व्यापक मंच बनाने की दिशा में नई उम्मीद जगा दी है। ‘जन जन की है ये आवाज, नहीं चलेगा कंपनी राज’ के नारे के साथ शुरू हुए एआईपीएफ का स्थापना सम्मेलन में करीब पंद्रह राज्यों के कार्यकर्त्ता शामिल हुए जिनमे नौजवानो और महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। यह सम्मेलन देश में विभिन्न धारा के वामपंथियों, समाजवादियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, किसान संगठनों और जन आंदोलन के कार्यकर्ताओं की साझा पहल है, जिसकी तैयारी करीब छह महीने से चल रही थी।