यूपी के पत्रकार जगेंद्र सिंह की निर्मम हत्त्या, मध्य प्रदेश के पत्रकार संदीप कोठारी को जला देना और महाराष्ट्र में पत्रकारों के उपर बढते हमले को लेकर महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती के एक प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर के. विद्यासागर राव से मुलाकात करके महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की. गवर्नर राव को सौंपे आवेदन में बताया गया है कि महाराष्ट्र में पिछले दस साल में 800 से ज्यादा पत्रकार पीटे गये.
दस साल में 49 मीडिया हाउसेज पर हमले बोल दिये गये. पिछले साल 2014 मे 82 पत्रकारों पर हमले किये गये. 2015 के पहले छह माह में 41 पत्रकारों पर हमले किये गये. पत्रकारों के उपर हो रहे हमले की यह सूची देखकर राज्यपाल भी आश्चर्यचकित हो गये. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत में कहा कि पत्रकारों को कानूनी सुरक्षा मिलनी चाहिए. इसके लिए महाराष्ट्र में कानून बनाने की जरूरत है और इसके बारे में महाराष्ट्र सरकार को खत लिखूंगा.
विद्यासागर राव पहले राज्यपाल हैं जिन्होंने पत्रकारों की मांग का समर्थन करते हुए राज्य सरकार को इसके बारे में खत लिखने की बात कही है. राज्यपाल राव की सकारात्मक भूमिका का महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती के अध्यक्ष एस.एम.देशमुख ने स्वागत किया है. राज्यपाल से मिलने गये प्रतिनिधिमंडल मे एस.एम.देशमुख समेत वरिष्ठ्र पत्रकार प्रफुल्ल मारपकवार, किऱण नाईक, प्रसाद काथे, सुभाष शिर्के, प्रवीण पुरो समेत 15 पत्रकार शामिल थे.
Mohan Tiwari
June 27, 2015 at 2:59 pm
पत्रकारो के मुददो में सरकारे चुप्पी साध लेती है पत्रकारो के सुरक्षा को लेकर आजतक कोई सरकार गम्भीर व ठोस कदम नही उठाये। यही सत्ताधारी दल जब सरकार मे नही होते तो इन्ही पत्रकारो द्वारा अपना विरोध प्रकट करते है और सत्ता में आते ही पत्रकारो की उपेक्षा शुरू कर देते है। आज महाराष्ट्र के पत्रकार राज्यपाल से मिलकर जो अनोखा पहल किया है निश्चित ही वहा की सरकार पत्रकारो की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठायेगी। राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारो की सुरक्षा को लेकर चल रही मांग पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पत्रकारो को स्वंय मिल बैठकर सभी पक्षो पर वार्ता कर पत्रकार अपनी सुरक्षा को लेकर अधिनियम बनाने की जो बात कही है उसपर विचार कर शीघ्र अमली जामा पहनाने पर कार्यवाही शुरू कर देना चाहिए।