छह दलो के विलय पर मंथन के समय परम प्रसन्नचित्त शरद यादव और मुलायम सिंह (फाइल फोटो)
दिल्ली : आज यहां मुलायम सिंह यादव के आवास पर हुई एक बैठक में जनता परिवार के छह दलों के आपस में विलय का फैसला लिया गया। इस साझा दल का नाम अभी घोषित नहीं किया गया है, लेकिन इस गठबंधन के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे। जिन दलों का विलय हुआ है, उनमें सपा, राजद, जदयू, जेडीएस, आइएनएलडी और कमल मोरारका की पार्टी शामिल हैं। इस अवसर पर मुलायम सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की अहम भूमिका होती है। मीडिया को इस नये दल के संदेशों को जनता तक पहुंचाना चाहिए।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि छह दलों की आज बैठक में आम सहमति से प्रस्ताव बना है। इन दलों ने सर्वसम्मत्ति से फैसला लिया है कि नये दल के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे। सभी दलों ने मुलायम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। मुलायम सिंह इस नये दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ ही संसदीय दल के भी अध्यक्ष होंगे। नई समिति में छह लोग होंगे। एच डी देवगौड़ा, लालू प्रसाद, शरद यादव और रामगोपाल यादव सहित छह सदस्यीय समिति पार्टी के नाम और ध्वज जैसे मुद्दों का फैसला करेगी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस अवसर पर कहा कि न तो उनके मन में और न ही बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के मन कोई अहंकार है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की हवा निकालेंगे। इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह जनता परिवार के सभी सदस्यों को एकजुट करने की पहल है और हम इसमें सफल हुए हैं। उन्होंने इस पहल के लिए मुलायम सिंह को धन्यवाद दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने भी संबोधित किया और इस पहल को एक अहम कदम बताया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पुत्र अभय चौटाला ने भी इसे देश की जरूरत बताते हुए कहा कि इससे धर्मनिरपेक्ष दल मजबूत होंगे।
इस अवसर पर मुलायम सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश की पहली सरकार है जो विपक्षी दलों की राय नहीं लेती है। मुलायम ने कहा कि इस अहंकारी शासन को समाप्त करना जरूरी है। मुलायम ने कहा कि अब हम एकजुट होकर भाजपा का सामना करेंगे। भाजपा अपने वादों पर खरी नहीं उतरी है। सरकार ने कोई काम नहीं किया है। लोकतंत्र में मीडिया की अहम भूमिका होती है, ऐसे में मीडिया वालों को इस नये दल के संदेशों को जनता तक पहुंचाना चाहिए।