देश भर में पत्रकारों की जघन्य हत्याओं और उत्पीड़न के खिलाफ नोएडा से निकला पत्रकारों का विरोध मार्च आईटीओ के पास प्रगति मैदान-मंडी हाउस से पहले तिलक ब्रिज चौराहे के पास दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। विरोध में पत्रकार बीच चौराहे सड़क पर बैठ गए। लंबी हुज्जत नारेबाजी भाषणबाजी के बाद गिरफ्तार कर जंतर मंतर ले जाकर छोड़ दिए गए। तब जंतर मंतर से पहले सड़क जाम कर फिर धरने पर बैठ गए। दिल्ली पुलिस को इन जुझारू दिलेर पत्रकारों ने नाकों चने चबवा दिए।
बुधवार को नोएडा से दिल्ली तक पैदल मार्च का नेतृत्व करते भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह और वरिष्ठ पत्रकार राजीव शर्मा
बुधवार को नोएडा से दिल्ली तक पैदल मार्च को रोकती दिल्ली पुलिस
पत्रकारों की हत्या और उत्पीड़न के विरोध में बुधवार को नोएडा से दिल्ली तक निकला पैदल मार्च
आखिर में लंबी भाषणबाजी के बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारी को ज्ञापन देकर आंदोलन को अगले चरण में ले जाने का फैसला किया गया। कुल मिलाकर यह स्वतःस्फूर्त पद यात्रा विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम बेहद सफल रहा। शर्मनाक यह रहा कि न्यूज़ चैनल वाले और अखबार वाले इसे कवर करने नहीं आए। भाई रजत, अमरनाथ, राजीव शर्मा, जनार्दन यादव समेत ढेर सारे साथी इस जोरदार ‘विरोध प्रदर्शन के लिए पद यात्रा’ कार्यक्रम में आए। इन सबको और बाकी सभी क्रांतिकारी पत्रकारों को दिली बधाई सड़क पर उतरने के लिए।
फेसबुक पर ज्ञान देने से लेकर क्रांति लाने के लिए ललकारने तक का काम ढेर सारे साथी करते रहते हैं पर कुछ ही साथी ऐसे होते हैं जो एक पुकार आह्वान मात्र पर मुट्ठी बांध सड़क पर दबंगई के साथ विरोध प्रकट करने के लिए हाजिर हो जाते हैं। खैर, जो आए उनको प्रणाम। जो दूर से आशीर्वचन दिए उनको भी सलाम। विरोध प्रदर्शन का ये कार्यक्रम प्लान करने वाले नोएडा के पत्रकार साथियों राकेश पाण्डेय और अन्य को उनके जुझारू तेवरों के लिए खासतौर पर नमन। ये ज़ज़्बा ज़िंदा रहे, ये चिनगारी भड़कती रहे, ये आग धधकती रहे। तभी लोकतंत्र बचेगा। तभी हम आप निर्भय जी पाएंगे।
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.