Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

कंगाली को कलेवर के साथ रिपोर्ट करने का ये हुनर अदभुत है!

दीपांकर-

चार्वाक युग आ चुका है. आप जिसे राम राज्य लाने वाला समझ रहे थे उसने चार्वाक राज ला दिया है. लोग लोन लेकर सोनपापड़ी खरीद रहे हैं, लेकिन अखबार लिख रहा है परचेजिंग पावर बढ़ गई है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

मतलब भुखमरी के हालात हैं लेकिन अखबार को दिख रहा है लोग डाइटिंग पर हैं. इसी को कहते हैं पॉजिटिव जर्नलिज्म.

त्यौहार की मजबूरी है, लोग मजबूरी में लोन ले रहें हैं इनमें से जरूर कुछ लोन ना चुका पाने के कारण आत्महत्या भी करेंगे,
लेकिन अखबार रिपोर्ट करेगा- लोगों में बढ़ रही है दुखी जीवन को पीछे छोड़ने की प्रवृत्ति.

कंगाली को कलेवर के साथ रिपोर्ट करने का ये हुनर अद्भुत है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

ऐसा लग रहा है राम राज लाने का वादा था लेकिन चार्वाक युग आ गया है. चार्वाक कहते थे, “यावज्जीवेत सुखं जीवेत, ऋणं कृत्वा घृतं पिबेत” अर्थात लोन लेकर घी पी लो, कल किसने देखा है, इस जीवन के बाद कुछ नहीं.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement