अनिल कटारिया-
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की धज्जियां उड़ाते वर्दीधारी। लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली अमानवीय घटना। आखिर शासन और प्रशासन के लोग पत्रकार और पत्रकारिता के पीछे क्यों पड़े हैं… क्या कुछ वर्दीधारियों ने संविधान का उल्लंघन करने का ठेका उठा लिया है। शासन और प्रशासन कौन सा सच छिपाना चाहता है।
हैदर नकवी-
कानपुर के महाराजपुर थाने की पुलिस ने एक पत्रकार को नंगा करके उसके विडीओ बनाए और वायरल कर दिए।
पत्रकार पर आरोप है कि उसने नशे की हालत में एक फ़ैक्टरी के बाहर आग लगाने की कोशिश की।
मुक़दमा क़ायम करते और जेल भेज देते।
नंगा करने का तुम्हें अधिकार किसने दिया। विडीओ बनाकर वायरल करने कर अधिकार किसने दिया।
विडीओ भी है और मारने वालों और बनाने वालों के चेहरे भी । ये लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
गलती है तो केस लॉज करिए और जेल भेजिए। लेकिन किसी को नंगा करना पीटना और और विडीओ बनाकर उसको वायरल कर देना बिलकुल ग़लत है। इसमें कार्यवाही होनी चाहिए।
अतुल तिवारी आक्रोश-
कल कानपुर के महराजपुर पुलिस द्वारा कानपुर प्रेस क्लब के एक कार्यकारिणी सदस्य का नग्न वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया या करवाया गया..
अगर उन्होंने कोई अपराध किया भी था तो कानपुर पुलिस को अगर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए थी..कानूनी कार्यवाही करने में समस्या हो तो वो एक पत्र जारी कर दें कि.. शहर भर के पत्रकार एक साथ थानों में आकर कपड़े उतार कर नग्न हो जाएं..हम आ जाएंगे..!
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One comment on “योगी पुलिस द्वारा पत्रकार को नंगा कर विडीओ बनाने वायरल करने के प्रकरण ने तूल पकड़ा!”
पुलिस द्वारा किया गया यह बहुत ही घिनौना कृत्य है।