लखनऊ : मीडिया द्वारा फोटो खींचने पर अमनमणि त्रिपाठी व उनके समर्थकों द्वारा लखनऊ मीडिया पर हमले की उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन की लखनऊ इकाई के अध्यक्ष अरविन्द शुक्ला ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मांग की है कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाय।
उल्लेखनीय है कि सिरसागंज के निकट संदेहास्पद स्थिति में अमनमणि की पत्नी सारा की मौत हो गई थी। सारा की मां ने आरोप लगाया है कि अमनमणि ने उनकी बेटी की हत्या की है। अमनमणि ने खुद को बीमार बताकर अस्पताल में भर्ती होने की कोशिश की। मीडियाकर्मियों ने जब अमनमणि की फोटो लेनी चाही तो गुंडे दोस्तों ने पत्रकारों और पुलिसकर्मियों से हाथापाई शुरू कर दी। यह भी उल्लेखनीय है कि फिरोजाबाद जनपद में उसकी कार पलट गयी, जिसमें उसकी पत्नी सारा की मौत हो गयी। हैरानी की बात यह है कि कार भयंकर रूप से टूट-फूट गयी मगर अमनमणि को खरोच तक नहीं आई।
अमनमणि लखनऊ में एक ठेकेदार के अपहरण और लूट के मामले में वांछित चल रहा था।। इस घटना की सूचना के बाद पुलिस ने हिरासत में लेने की कोशिश की मगर अमनमणि खुद को बीमार बताकर अस्पताल में भर्ती होने की जुगत में लग गया। इस बीच अमनमणि के अस्पताल में पहुंचने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में उसके दोस्त व समर्थक भी वहां इकट्ठे हो गये। इन लोगों ने पुलिसकर्मियों से भी बदसुलूकी शुरू कर दी। इस बीच जब मीडियाकर्मी अमनमणि का फोटो लेने लगे तो उनके दोस्तों ने इन पत्रकारों पर हमला बोल दिया। कुछ पत्रकारों के कैमरे टूट गये और कुछ के चोट भी आयी। अमनमणि के पिता अमरमणि अपनी पत्नी सहित कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।
उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन की लखनऊ इकाई के अध्यक्ष अरविन्द शुक्ला के साथ वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार, भाषा के ब्यूरो प्रमुख प्रमोद गोस्वामी, वरिष्ठ पत्रकार वीर विक्रम बहादुर मिश्र, सर्वेश कुमार सिंह, वीरेन्द्र कुमार सक्सेना, सुनील त्रिवेदी, लखनऊ इकाई के कोषाध्यक्ष मंगल सिंह, उपाध्यक्ष सुशील सहाय, मंत्री अनुराग त्रिपाठी सहित अनेक पत्रकारों ने मीडिया पर हमले की निंदा की है।