दिल्ली में ममता बनर्जी ने एक बार फिर सारधा घोटाले में सीबीआई कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया. मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि सारधा घोटाले के समय सीबीआई व सेबी आखिर क्या कर रही थी? उन्होंने कहा, हमने पीएसीएल चिटफंड घोटाले के बारे में सुना है, जो 49 हजार करोड़ रुपये का है. इस मामले में सीबीआई ने अब तक कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि राजग सरकार में सीबीआई स्वतंत्र होने के बजाए प्रधानमंत्री कार्यालय के विभाग के तौर पर काम कर रही है. केंद्र इसका इस्तेमाल राजनीतिक हितों के लिए तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कर रहा है. ममता बनर्जी ने सारधा घोटाले में अपने मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी सांसदों को दिल्ली में प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने खुले मंच से केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने का भी एलान किया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में भाजपा का रवैया तानाशाही हो गया है. सारधा घोटाले का मुद्दा हमने ही उठाया और इसकी जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया. चिटफंड में रुपये गंवाने वाले लोगों को ढाई सौ करोड़ वापस भी कराए. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य का हालचाल लेने उनसे मुलाकात करने दिल्ली पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिकित्सकों ने इजाजत नहीं दी. राष्ट्रपति के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए ममता बनर्जी को उन तक नहीं जाने दिया गया, जिससे वह नाराज भी हो गईं. उनका कहना था कि एक दिन पहले ही अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं दी गई. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राष्ट्रपति भवन से उन्हें मुलाकात का समय दिया गया था, इसलिए वह अपना सभी प्रशासनिक काम छोड़ दिल्ली आईं थीं. अंत समय में उनको मना कर दिया गया, जिससे काफी निराशा हुई.
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