शंभूनाथ शुक्ल : राहुल ने मोदी को गले लगाया अथवा धोबीघाट दाँव का इस्तेमाल किया। पप्पू ने बता दिया कि साठ साल का अनुभव सिखा गया है कि बीजेपी चाहे जितनी फुला जाए, पर रहेगी नीचे ही। राजनीति ऐसे की जाती है प्रधानमंत्री जी! सरकार आपकी, संसद आपकी और स्पीकर भी आपकी पार्टी की ही। लेकिन बैठे ही बैठे आप चित हो गए। अविश्वास प्रस्ताव लाना भी किसे था, संसद में सबके सामने आपको हैसियत जतानी थी, सो जता दी।
Pran Chadha : राहुल गले मिले या गले पड़े!! संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी बे लगाम बोले, प्रधानमंत्री मोदी को निशाने में लिया। अपना हंगामे भरे भाषण की समाप्ति बाद, राहुल गांधी मोदी जी के पास गए और गले मिले, फिर बोले हिन्दू अपने विरोधियों को भी गले लगाते हैं। दो मिनट बाद राहुल गांधी, ने मुस्काते हुए अपने किसी साथी को सदन में बायीं आँख मारी,जो रिकार्ड हो गयी। सवाल है- राहुल गांधी मोदी जी गले मिले या गले पड़े..? आंख क्यों मारी..?
Dev Gupta : राहुल गांधी ने पीएम मोदी को गले लगाकर नहला मार दिया, पर पीएम मोदी दहला मारने से चूक गए। राहुल ने गले लगाने के लिए पीएम को खड़े होने को कहा, पर पीएम समझ नही पाए। पीएम को बैठे रहते समय राहुल ने उन्हें गले लगाकर झपकी दी तब पीएम को पता चला कि की राहुल नहला मार गया। तो पीएम ने वापस बुलाकर हाथ मिलाकर पीठ थपथपाई। अगर पीएम भी खड़े होकर गले लगा लेते तो दहला मार देते पर, वो चूक गए।
Anurag Bhaskar : After giving his speech on No Confidence Motion, Rahul Gandhi goes and hugs PM Narendra Modi. Modi ‘s expressions tell that he got the taste of his own medicine.
Samar Anarya : Though Rahul Gandhi’s post speech hug to Modi was absolutely unnecessary, that too exposed PM’s uncouthness- no grace, no spontaneous hug back, not even a pretentious pat of a senior first, just a silly expression till he remembered Sanskar! वैसे तो राहुल गाँधी का भाषण के बाद मोदी से गले मिलना एकदम ग़ैरज़रूरी था पर उससे भी मोदी बेनक़ाब ही हुए- कोई गरिमा नहीं, न तुरंत गले मिलना, न वरिष्ठ टाइप की फ़र्ज़ी मुस्कान, न कुछ- बस एक बेवक़ूफ़ाना हँसी! शुक्र है कि फिर संस्कार याद आ गए और वापस बुलाकर पीठ थपथपाई!
Sadhvi Meenu Jain : आज तो मामला उल्टा हो गया.. गले पड़ने वाला प्रधान मंत्री राहुल के आगोश में कैसे कसमसा रहा है! लोकसभा में अपने धुआंधार भाषण के बाद राहुल गांधी प्रधानमंत्री की सीट पर जाकर उनसे गले लग गए। मोदी जी के चेहरे के भाव देखिए ज़रा.
Sandeep Verma राहुल जी ने मोदी जी को गले लगाकर संसद में अविश्वास प्रस्ताव की आज की पूरी बहस अकेले ही लूट ली . संघ और भाजपा के नफरत भरे प्रचार के बदले मोदी जी को गले लगाकर कांग्रेस का कांग्रेस की प्रेम और सद्भाव की संस्कृति से देने का सन्देश का सबूत देकर महफ़िल लूट ली . नर्वस और घबडाए हुए मोदी जी के अपने पैरो को ऐसा लकवा पड़ा कि वे अपनी सीट से खड़े भी ना हो सके . लालू जी के शब्दों में कहे तो मोदी जी राहुल जी द्वारा गले लगाने से नरभसा गये .
स्वप्निल कुमार पाण्डेय : राहुल गांधी के शानदार व जानदार भाषण के बाद प्रधानमंत्री जी द्वारा उनको शाबाशी देना मौजूदा दौर में एक बेहतर संसदीय प्रणाली का उदाहरण है! दोनों इसके लिए बधाई के पात्र हैं। वैसे राहुल गांधी ने गले मिलकर मोदी जी के दांव को चित कर दिया है! इस घटना की तमाम समीक्षाएं होंगी लेकिन मुझे लगता है कि राहुल के इस एक दांव ने ही सत्ता पक्ष को हिला दिया है!
सौजन्य : फेसबुक
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https://www.youtube.com/watch?v=xmn0Ov_gnJo
Ravi panwar
July 21, 2018 at 1:31 pm
sahi h