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हिन्दी न्यूज चैनल्स के सामने नया संकट!

रेवेन्यू में 32-35% गिरावट, छंटनी की आशंका

चालू वित्तीय वर्ष के 11 महीनों (अप्रैल 22 – फरवरी 23) के दौरान प्रायः सभी बड़े और छोटे चैनल्स की रेवेन्यू अर्थात विज्ञापनों में 32-35% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे न्यूज चैनल्स में काम करने वाले लोगों की नौकरियों पर नया संकट आ गया है।

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मीडिया मार्केट से जुड़े सूत्रों के अनुसार अप्रैल माह में ही कई न्यूज चैनल्स द्वारा अपने Editorial और दूसरे स्टाफ में 20 से 25% तक की कटौती की जा सकती है। कोरोना काल के बाद इस प्रकार का यह दूसरा संकट होगा।

सूत्रों के अनुसार इसका मुख्य कारण यह है कि कोरोना काल में न्यूज चैनल्स देखने वाले दर्शकों की संख्या में भारी बढोतरी हुई थी क्योंकि उस दौरान दिल्ली और मुंबई के अधिकांश स्टूडिओज बंद हो जाने के कारण नए मनोरंजन कार्यक्रमों का निर्माण ठप्प पड़ गया था लेकिन कोरोना काल के बाद जैसे ही मार्केट नॉर्मल हुआ तो उसके साथ ही दर्शक फिर entertainment की और लौटे और overall news universe में लगभग 25% की कटौती दर्ज की गई जिसका सीधा असर इन चैनल्स की रेवेन्यू पर पड़ा है।

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अब न्यूज चैनल्स को 2024 के लोकसभा चुनावों का इंतजार है, जहां इन्हें election ad revenue मिलने का इंतजार है। कुल मिला कर कोरोना के बाद अब एक बार फिर नए सिरे से न्यूज इंडस्ट्री में रोजगार पर संकट पैदा हो रहा है।

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