राणा यशवंत-
पत्रकारिता में बहुत से धुरंधर दिन रात किसी ना किसी मकसद से मिशन में लगे हुए हैं. निजी हित, समाज हित, देश हित कई नाम से उनके लिखे-कहे को देखा-समझा जाता है. हर किसी को अपनी बात पूरे अधिकार से कहने का हक है. यही लोकतंत्र की खूबी है और ताकत भी. यह विमर्श और बहस दोनों का विषय हो सकता है, लेकिन इस सच से इंकार नहीं किया जा सकता कि अगर आप अपना पक्ष रखना चाहते हैं तो आपके पास अब कई प्लैटफॉर्म्स हैं. टीवी औऱ प्रिंट से अधिक विस्तार वाले.
पत्रकारिता के मौजूदा दौर, बदलते समय औऱ मीडियम की समझ पत्रकार होने के बावजूद कई लोगों को या तो होती नहीं है या कम होती है. कुछ ऐसे हैं जिनको सब्जेक्ट, सवाल, पॉलिसी, डिप्लोमैसी और समय के साथ-साथ मीडियम में आ रहे बदलावों की भी बारीक समझ होती है. इनमें से ही है ऋषभ गुलाटी. इंडिया न्यूज के सहयोगी अंग्रेजी चैनल न्यूज एक्स के मैनेजिंग एडिटर. साफ-सुथऱी समझ, आम आदमी की जुबान में बात रखने का तरीका और कई तरह की चुनौतियों को एक साथ सुलझाने की काबलियत वाले पत्रकार हैं ऋषभ गुलाटी.
मसला इंटरनेशल हो या इकोनॉमी का, आम आदमी का हो या सरकारी नीतियों का, ऋषभ की समझ तह तक जाती है. बहुत सहज औऱ डाउन टू अर्थ रहनेवाले इस व्यक्ति को मैंने खांटी पत्रकार पाया है. पूरे दमखम से लगे रहनेवाला, सवालों को उनकी गिरेबां से पकड़नेवाला और टीम को बेहतर करने देने के लिए पूरी आजादी देनेवाला संपादक हैं ऋषभ. इन सबसे ऊपर मानवीय मूल्यों, सामाजिक व्यवहार और पेशेवर सूझबूझ के लिहाज से ऋषभ को मैंने हमेश अव्वल पाया है.
आज ऋषभ गुलाटी का जन्मदिन है. अपनी उम्र से कहीं अधिक अनुभव, संयम और समझदारी ऋषभ की कमाई है. यह ख़ज़ाना बढता रहे और जीवन कई सफलताओं और बेहतर स्वास्थ्य से भरपूर रहे. जन्मदिन की असीम शुभकामनाएं ऋषभ.