Pratibha Rai : नोएडा बिल्कुल safe नहीं है. आज शाम 6 बजे ऑफिस से घर रिक्शे से लौट रही थी. नोएडा स्टेडियम के सामने अपने सेक्टर 21 में जाने के लिए रिक्शा मुड़ने वाला था कि 3 बाइक सवार लड़के मेरा बैग छीनने लगे. लेकिन मैंने अपना बैग कुछ इस तरह पकड़ा था कि अचानक हुए इस हमले के बावजूद छीन नहीं पाए.
मैं अपनी तरफ बैग बचाने लगी. बाइक में बीच में बैठा लड़का पूरी शिद्द्त से अपनी तरफ खींचने लगा. बाइक चला रहा लड़का तेज़ बाइक चलाने लगा. पीछे से आ रहे एक रिक्शे वाले और मेरा रिक्शे वाले के चिल्लाने पर लड़के भाग गए. ये घटना दिनदहाड़े नोएडा के सबसे व्यस्त सड़क की है.
आज किस्मत से बच गई. अगर बैग ढीलाढाला पकड़ा होता तो गया ही था, और नहीं तो मैं रिक्शे से गिर सकती थी..
पीड़ित महिला पत्रकार प्रतिभा राय ने अपने साथ हुई वारदात के बारे में एफबी पर लिखा है.
Ashwini Sharma : महिला पत्रकार Pratibha Rai जी की पोस्ट पढ़कर मन विचलित है..क्या नोएडा की सड़कों पर अपराधियों से मुक्ति नहीं मिलेगी..शुक्र है जिस रिक्शे से वो जा रहीं थीं उसके ड़्राइवर ने दिलेरी दिखाई नहीं तो बाइक सवार गुंडे जाने क्या करतेे..प्रतिभा जी की बैग छीनने की फेर में कुछ भी कर सकते थे..प्रतिभा जी ने भी अपराधियों से मोर्चा लिया लेकिन ऐसे कैसे चलेेगा..
योगी जी खुलेआम कहते हैं अपराधियों को ठोंक दो फिर ये नोएडा में अपराधियों के हौसले बुलंद क्यों हैं..पुलिस जानती है कि सड़क पर किस गैंग की दहशत है फिर उन्हें क्यों नहीं सबक सिखाती..क्यों नहीं ठोंक देती..लगता नोएडा पुलिस वसूली में लिप्त है अगर चुन चुनकर अपराधियों को ठिकाने नहीं लगा रही तो शक उसकी मंशा पर होगा ही..
भारत समाचार चैनल लखनऊ में कार्यरत वरिष्ठ टीवी पत्रकार अश्विनी शर्मा की एफबी वॉल से.