Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

प्रेस क्लब आफ इंडिया अब सेफ जगह नहीं, सीसीटीवी फुटेज लीक होने से हड़कंप (देखें वीडियो)

बिल्डरों से अपवित्र रिश्ते रखने समेत कई किस्म के गंभीर आरोपों में घिरे प्रेस क्लब आफ इंडिया के महासचिव नदीम अहमद काजमी जो इस बार भी चुनाव में इसी पद के लिए उम्मीदवार हैं, पर एक नया आरोप ये लगा है कि उनके नेतृत्व में प्रेस क्लब आफ इंडिया के भीतर होने वाली सीसीटीवी रिकार्डिंग के चुनिंदा फुटेज अपने विरोधियों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लीक करा दिए गए हैं. इसी तरह का एक फुटेज भड़ास4मीडिया के भी हाथ लगा है जिसमें प्रेस क्लब चुनाव के दो प्रत्याशियों में किसी बात पर कहासुनी हो रही है.

बिल्डरों से अपवित्र रिश्ते रखने समेत कई किस्म के गंभीर आरोपों में घिरे प्रेस क्लब आफ इंडिया के महासचिव नदीम अहमद काजमी जो इस बार भी चुनाव में इसी पद के लिए उम्मीदवार हैं, पर एक नया आरोप ये लगा है कि उनके नेतृत्व में प्रेस क्लब आफ इंडिया के भीतर होने वाली सीसीटीवी रिकार्डिंग के चुनिंदा फुटेज अपने विरोधियों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लीक करा दिए गए हैं. इसी तरह का एक फुटेज भड़ास4मीडिया के भी हाथ लगा है जिसमें प्रेस क्लब चुनाव के दो प्रत्याशियों में किसी बात पर कहासुनी हो रही है.

सवाल ये है कि ये सीसीटीवी फुटेज लीक कैसे हुआ. अगर जानबूझ कर कराया गया है तो फिर ये गंभीर मामला है. सैकड़ों मीडियाकर्मी बेहद सहज भाव से यहां बैठता, खाता पीता है, बिना चिंता किए हुए कि उसकी प्राइवेसी रिकार्ड हो रही है या नहीं. पर जिस तरह प्रेस क्लब के सत्ताधारी पैनल के कुछ लोगों ने ये फुटेज लीक किया है, उससे सारे प्रेस क्लब सदस्यों के कान खड़े हो गए हैं. फुटेज लीक करते हुए आरोप लगाया गया है कि इसमें दिख रहे दो सदस्य नियमों का उल्लंघन कर पब्लिक प्लेस में स्मोकिंग कर रहे हैं. साथ ही लड़ झगड़ रहे हैं. अगर ऐसा है तो प्रेस क्लब की कमेटी की बैठक बुलाकर आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए, न कि फुटेज लीक कर प्रेस क्लब की प्राइवेसी भंग करने जैसा घृणित काम करना चाहिए.

Advertisement. Scroll to continue reading.

भड़ास को फारवर्ड किए गए इस फुटेज के साथ एक लेटर भी पहुंचा है जिसमें किन्हीं रवि बत्रा नामक फोटो जर्नलिस्ट ने लिखा है- ”This is a demonstration of Mr. Pradip srivastav, the General-Secretary candidate, breaking the law pertaining to smoking in public and his presidential running mate Mr. Gautam Lahiri bursting out in violence. Do you want this unruly behavior to be your vote for change? Certainly not. Please watch this video, showing presidential and sec-gen candidates not only violating laws, but also getting into public spat.”

‎आप भी देखिए सीसीटीवी फुटेज और तय करिए कि क्या प्रेस क्लब की प्राइवेसी इसी तरह भंग करने की छूट नदीम अहमद काजमी एंड कंपनी को देते रहना चाहिए… जो लोग खाते पीते समय गलत कर दिख रहे हैं, उन पर तो आंतरिक बैठक बुलाकर एक्शन हो सकता है. लेकिन जो लोग प्रेस क्लब की प्राइवेसी लीक कर रहे हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होनी चाहिए. उनकी सबसे बड़ी सजा यही है कि उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करते हुए उनके खिलाफ वोट देने का आह्वान करना चाहिए. बाकी प्रेस क्लब सदस्यों की मर्जी. सीसीटीवी फुटेज लिंक यूं है…

Advertisement. Scroll to continue reading.

https://www.youtube.com/watch?v=nSjUJYEqUww

इस फुटेज को देखने के बाद तत्काल प्रेस क्लब प्रबंधन को जांच कर यह बताना चाहिए कि किसने यह सीसीटीवी फुटेज लीक किया है. इस फुटेज को देखने के बाद से कहा जाने लगा है कि दिल्ली स्थित प्रेस क्लब आफ इंडिया अब खाने-पीने के लिहाज से सेफ स्थान नहीं रह गया है. यहां सुरक्षा और अनुशासनात्मक कारणों से भले ही सीसीटीवी कैमरा लगा है जो बिलकुल उचित है लेकिन क्लब के कुछ पदाधिकारी इन सीसीटीवी फुटेज को अपने निहित स्वार्थ के हिसाब से लीक करके दूसरे मीडियाकर्मियों को बदनाम करने कराने का काम रहे हैं. विरोधियों का आरोप है कि यह ताजा फुटेज भी प्रेस क्लब चुनाव में कुछ लोगों को बदनाम करने के इरादे से सत्ताधारी पदाधिकारियों नदीम अहमद काजमी एंड कंपनी की तरफ से लीक किया गया है. अगर ऐसे ही प्रेस क्लब में बैठे लोगों की रिकार्डिंग लीक होती रही तो वह दिन दूर नहीं जब लोग प्राइवेसी बचाने के लिए प्रेस क्लब जाना ही छोड़ देंगे. आप भी प्रेस क्लब जाने से पहले एक बार जरूर सोच लें कि कहीं ऐसा न हो कि आपका खाना गाना हंसना बोलना लड़ना झगड़ना एक दिन लीक हो जाए और आपको पता तक न चले यह लीक किसने कब क्यों किया.

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसे भी पढ़ें…

प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया के तानाशाह बने नदीम को हटाने के लिए पत्रकारों ने की बड़ी लामबंदी

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. pankaj yadav

    May 30, 2015 at 1:56 am

    This is highly objectionable. This is clearly the handiwork of Press Club’s Secretary-General Nadeem Kazmi, who can go to any extent to garner votes in the May 30 election. He gives a damn to the clause of privacy of club members. Today is the day he should be defeated and shown the door.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement