19 अगस्त 2014 को इंदिरानगर, लखनऊ की शुचिता श्रीवास्तव मेरे पास आयीं और उन्होंने बताया कि करीब 15 दिन से एलेग्जेंडर जिओर्जी नामक एक व्यक्ति सीरिया निवासी बताते उन्हें भारत में अस्पताल खोलने के नाम पर संपर्क कर रहा था. एक लम्बे समय तक शुचिता और एलेग्जेंडर की इस बारे में फेसबुक पर बातचीत होती रही. शुचिता ने बताया कि यद्यपि वे समझ गयी थीं कि एलेग्जेंडर ठग है पर वे मामले की तह तक पहुँचने के लिए उसका विश्वास जीतने को उससे बात करती रहीं.
19 अगस्त को उनके मोबाइल नंबर 098386-22156 पर मोबाइल नंबर 085868-22635 से फोन आये कि एलेग्जेंडर दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो करोड़ सत्तर लाख नकद के साथ मौजूद है. यदि वे उसे छुडाना चाहती हैं तो उसे 1.30 लाख रुपये पेनल्टी पर छोड़ा जा सकता है. शुचिता को बताया गया कि वे इसके लिए एचडीएफसी बैंक में श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी, एकाउंट नंबर 00917630001301 आईएफएससी कोड 000091पैन नंबर FIXPS9707 पर पैसा भेजें. इसके बाद शुचिता ने मुझसे संपर्क किया. मैंने इस सम्बन्ध में दिल्ली पुलिस कमिश्नर को तत्काल कार्यवाही करने हेतु फैक्स भेजा. दिल्ली पुलिस के उपायुक्त क्राइम ने प्रारंभिक जांच कर 10 सितम्बर के पत्र द्वारा यह मामला मध्य प्रदेश पुलिस को सुपुर्द कर दिया.
मध्य प्रदेश पुलिस ने पुनः अपनी जांच कर यह मामला उत्तर प्रदेश पुलिस को यह कहते हुए भेजा है कि मेरे द्वारा बताये गए मामले में घटना स्थल उत्तर प्रदेश का है. आईजी प्रशासन सीआईडी, पीएचक्यू, एमपी ने एचडीएफसी बैंक में श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के एकाउंट का खाता खोलने सम्बन्धी अभिलेख सहित 01 अगस्त 2014 से अब तक का बैंक स्टेटमेंट प्राप्त कर 15 अक्टूबर के पत्र द्वारा डीजीपी, यूपी को अग्रिम कार्यवाही करने को कहा है. डीजीपी कार्यालय ने यह मामला 07 नवम्बर के पत्र द्वारा एसएसपी लखनऊ को आरोपों की जांच करा कर आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु भेजा है. इस तरह यह शिकायत अब तीन राज्यों से गुजर कर वापस लखनऊ पहुँच गयी है.