मजीठिया वेज बोर्ड मांगने वाले पत्रकार को एमपी पुलिस ने 31 घंटे तक अवैध हिरासत में रखा

प्रति,
श्रीमान् प्रधान संपादक महोदय
भड़ास मीडिया

पत्रकार के साथ पुलिस की गुंडागर्दी का मामला आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं… मैं पत्रकार विपिन नामदेव बताना चाहूंगा कि मेरे पिताजी को पुलिस वाले 04/03/2017 को सुबह 04:10 मिनट पर उठा के ले गये. घर की महिलाओं के साथ गाली गलौज की. इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. मैं पुलिस के पास शाम 05:30 पर पहुंचा तो मुझे बिठाकर पिताजी को छोड़ दिया गया.

एमपी पुलिस का शर्मनाक चेहरा : तीन पत्रकारों से इस कदर बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती…

सिवनी (मध्य प्रदेश) : नया साल इस तरह से पुलिस के नये चेहरे को लेकर आयेगा इसका भान सपने में भी नहीं था। पुलिस के द्वारा 31 दिसंबर और 01 जनवरी की दर्म्यानी रात में दो जिम्मेदार संपादकों के साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया है उसको पाठकों के समक्ष रखा जा रहा है अब पाठक ही फैसला करें और अपना निर्णय दें।

भिंड में खिसियानी पुलिस ने पत्रकारों पर भड़ास निकाली, कैमरा तोड़ने का प्रयास

भिंड पुलिस का शर्मनाक और बेरहम चेहरा एक बार फिर सामने आया है… गोहद थाना क्षेत्र के विजसेन के पूरा में चोर पकड़ने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया और दो इंसास रायफल लूटने के बाद फरार हो गए… इस घटना के बाद पुलिस पूरी तरह से बौखला गई….  बौखलाहट में पुलिस पूरी तरह दबंगई पर उतर आई…. पुलिस को जब आरोपी नहीं मिले तो पुलिस आरोपियों के छोटे-छोटे बच्चे और उनकी पत्नी व माँ सहित पांच लोगों को उठाकर मालनपुर थाने ले आई….

दिल्ली और एमपी पुलिस से घूम कर शिकायत यूपी पुलिस को

19 अगस्त 2014 को इंदिरानगर, लखनऊ की शुचिता श्रीवास्तव मेरे पास आयीं और उन्होंने बताया कि करीब 15 दिन से एलेग्जेंडर जिओर्जी नामक एक व्यक्ति सीरिया निवासी बताते उन्हें भारत में अस्पताल खोलने के नाम पर संपर्क कर रहा था. एक लम्बे समय तक शुचिता और एलेग्जेंडर की इस बारे में फेसबुक पर बातचीत होती रही. शुचिता ने बताया कि यद्यपि वे समझ गयी थीं कि एलेग्जेंडर ठग है पर वे मामले की तह तक पहुँचने के लिए उसका विश्वास जीतने को उससे बात करती रहीं.