Prashant K Mishra : एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति के हाथी का बेशकीमती दांत चोरी हो गया। एफबीआई से लेकर सी आई ए तक फेल। फिर दांत खोजने के लिए इंटरनेशनल टेंडर निकाला।
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वर्दी में गुंडई (11) : विपिन शर्मा को जेल भेजकर परिजनों से 35 हजार रुपये झटके और धारा 376 हटा दिया!
Manish Dubey : पुलिस नाम की व्यवस्था का ऐसा ‘रैकेट’ सुनने वालों के कानों में किलोल जरूर करता होगा. और, यदि नहीं करता तो आप निष्ठुर निष्क्रिय हैं. आज कोई और है, कल निश्चित आप ही होंगे.
वर्दी में गुंडई (10) : जेल जाने पर पता चला- थाने में होता है चालीस हजार रुपये में धारा 376 हटाने का खेल!
बलिया के भीमपुरा थाने की कार्यशैली व मेरी गिरफ्तारी जेल में रहते हुए कुछ दिन बीते थे कि हमारे बैरक 3A में एक लड़का आया. मुझसे दूसरे लड़के शैलेश यादव ने उसका परिचय कराया. मैंने उससे बात की तो उसने बताया कि वह हमारे गाँव के नजदीक खूंटा बहोरवा का रहने वाला है. उसका नाम …
वर्दी में गुंडई (9) : यांत्रिक ढंग से विवेचना के कारण सोशल एक्टिविस्ट को लंबे समय तक रहना पड़ा जेल में!
Shiivaani Kulshresthhaa : मन की बात….. इस दुनिया में सारे लोग गलत करेंगे तो सही कौन करेगा? मेरे मन में कई दिनों से विचार आ रहा हैं कि जेल में कितने ऐसे अभियुक्त बंद हैं जो फेक मुकद्दमों में भी बंद हो सकते हैं, पर वो अक्षम हैं। अपनी जमानत नहीं करा सकते। उनके पास …
वर्दी में गुंडई (8) : RTI एक्टिविस्ट का खुलासा- एक नया फर्जी केस लगाकर मुझे दुबारा जेल भेजने की तैयारी थी!
Singhasan Chauhan : बलिया की भीमपुरा पुलिस व कुछ अराजक तत्वों का मुझे एक हफ्ते के अंदर फिर जेल भेजने का प्रोग्राम था. मगर मीडिया की वजह से वो अपने इरादे में नाकामयाब हो गए. एक बार फिर मैं यशवंत भाई व उन सभी मीडिया बंधुओं का आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने सच्चाई को समझा …
वर्दी में गुंडई (7) : दलाल वर्दीधारियों के चंगुल में फंसे बलिया के एक थाने की हकीकत देखें
बलिया के आरटीआई एक्टिविस्ट सिंहासन चौहान को छेड़छाड़ के फर्जी मामले में फंसाकर जेल भेजने के मामले में भीमपुरा थाने के पुलिस वालों ने एक नई कहानी गढ़ दी है. इस कहानी का पता तब चला जब लखनऊ की जानी-मानी आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने सिंहासन चौहान प्रकरण में एक आनलाइन जनसुनवाई अप्लीकेशन डालकर कुछ …
वर्दी में गुंडई (6) : रैकेटबाज थानेदार मेरी पत्नी को देखकर चिल्लाया- ‘इस भोसड़ी को बाहर निकालो!’ (सुनें टेप)
बलिया के भीमपुरा थाने की कार्यशैली व मेरी गिरफ्तारी (पार्ट-2) थाने के ऑफिस में मुझे बिठा दिया गया. वैसे तो पूरे थाने का स्टाफ मुझे जानता है और सब जानते हैं कि मैं ईमानदार आदमी हूँ. इसलिए कोई बदतमीजी से बात नहीं करता, और न ही किसी ने की. थोड़ी देर के बाद फिर SO …
वर्दी में गुंडई (5) : निर्दोषों को जेल भेजने वाले दल्ला थानेदार की खबर दूसरे दिन भी 4पीएम अखबार में छपी
Yashwant Singh : दल्ले थानेदार के खिलाफ 4पीएम अखबार में लगातार दूसरे दिन भी खबर हुई प्रकाशित. सुपारी लेकर पहले छेड़छाड़ का फर्जी मुकदमा लिखता है. बाद में छेड़छाड़ को रेप में तब्दील कर देता है.
वर्दी में गुंडई (4) : रैकेटबाज थानेदार सत्येंद्र राय की दल्लागिरी की कहानी, पीड़ित सिंहासन चौहान की जुबानी
बलिया के भीमपुरा थाने की कार्यशैली व मेरी गिरफ्तारी (पार्ट-1) मैं सिंहासन चौहान पुत्र भदन उर्फ बुद्धन चौहान. मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता व RTI एक्टिविस्ट हूँ। मेरी वजह से कुछ भ्रष्टाचारियों व लुटेरों को परेशानी होती है. इसकी वजह से मुझे झूठे केस में फंसाया गया है. जबकि घटना के समय मैं गाँव में मौजूद …
वर्दी में गुंडई (3) : थानेदार सत्येंद्र राय को जेल भिजवाने के लिए एकजुट होना जरूरी : यशवंत सिंह
Yashwant Singh : दूरदराज के जिलों के थानेदारों को अक्सर ये गुमान हो जाता है कि वे खुदा से कम नहीं. यही कारण है कि वे बेखौफ होकर कुछ भी कर गुजरते हैं. बलिया के थानेदार सत्येंद्र राय ने भी यही किया. इस थानेदार से फोन करके आप लोग पूछते रहें (बलिया के भीमपुरा थाने …
वर्दी में गुंडई (2) : बलिया के मनबढ़ थानेदार सत्येंद्र राय की करतूत दैनिक जागरण और 4पीएम अखबारों में छपी, देखें
पावर मिलने के बाद कम लोग ही अपना दिल दिमाग नियंत्रित रख पाते हैं. ज्यादातर तो वर्दी पहनने के बाद ही खुद को तीसमार खां समझने लगते हैं. बलिया के एक ऐसे ही इंस्पेक्टर ने अपनी करतूत से पूरे यूपी पुलिस का सिर शर्म से झुका दिया है. सत्येंद्र राय नामक इस थानेदार ने भ्रष्टाचार …
वर्दी में गुंडई (1) : अपना पक्ष रखने थाने पहुंचे RTI एक्टिविस्ट को थानेदार ने जेल भेजा
Yashwant Singh : बलिया के भीमपुरा थाने के एसओ सत्येंद्र कुमार राय (मोबाइल 9454402992) ने सोशल एक्टिविस्ट और आरटीआई कार्यकर्ता सिंहासन चौहान (मोबाइल 9839932064) को फ़र्ज़ी मुकदमे में उस वक़्त गिरफ्तार कर जेल भेजा जब सिंहासन खुद थाने जाकर यह बता रहे थे कि जिस समय छेड़छाड़ किए जाने की बात कही गई है एफआईआर …
रवीश ने पूछा- पुलिस अफ़सर जब अपने IPS साथी के प्रति ईमानदार न हो सके तो इंस्पेक्टर के हत्यारों को पकड़ने में ईमानदारी बरतेंगे?
Ravish Kumar इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को नफ़रत से प्रोग्राम्ड रोबो-रिपब्लिक ने मारा है… कल यूपी पुलिस के जवानों और अफसरों के घर क्या खाना बना होगा? मुझे नहीं मालूम। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की तस्वीर उन्हें झकझोरती ही होगी। नौकरी की निर्ममता ने भले ही पुलिस बल को ज़िंदगी और मौत से उदासीन बना …
इंस्पेक्टर हत्याकांड : एडीजी की ये दो तस्वीरें कुछ सवालों के साथ हो रहीं वायरल, देखें
Sheetal P Singh : ADG साहिब आपके कांधे पर जिस अपराइट ऑफिसर का मृत शरीर है उसकी और उस जैसों की अर्थी उस दिन से तैयार होना शुरू हुई थीं जिस दिन आप संविधान को धता बताकर सरकारी खर्चे पर कांवड़ियों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर रहे थे! पुलिस का इकबाल खत्म करने …
राज्य मानवाधिकार आयोग ने नोटिस जारी कर विवेक तिवारी हत्या मामले में सरकार से जवाब मांगा
लखनऊ में एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी हत्या मामले में उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ राज्य मानवाधिकार आयोग ने नोटिस जारी कर सरकार से जवाब मांगा है।
अलीगढ़ मुठभेड़ की जांच करने गई टीम के दो सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर दिया!
अलीगढ मुठभेड़ : मृतक के परिवार ने यूपी पुलिस पर लगाए संगीन आरोप… मुस्तकीम और नौशाद को घर से उठा कर ले गयी थी पुलिस… इस महीने 20 सितम्बर को अलीगढ़ पुलिस द्वारा कथित दो वांछित अपराधियों के लाइव एनकाउंटर के मामले में मानवाधिकार संगठन ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ने बड़ा खुलासा किया है। जांच टीम …
योगी की पुलिस ने तो एप्पल के अधिकारी का ही एनकाउंटर कर दिया! देखें तस्वीरें
अपडेट 1 : लखनऊ में हुए एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड पर एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी की प्रेस कॉन्फ्रेंस-दोनों सिपाही प्रशांत मलिक & संदीप गिरफ्तार, दोनों जेल भेजे गए, मजिस्ट्रेट जांच बैठी, sit भी गठित हुई, इस केस की जांच दूसरे सर्किल को दी गई। अपडेट 2 : लखनऊ में हुए एप्पल के सेल्स …
योगी राज में कप्तान साहब जयकारा लगवा रहे- ‘बोलबम’! देखें वीडियो
यूपी के जिला अंबेडकर नगर के कस्बा टांडा में कावड़ यात्रा के दौरान फील्ड में उतरे पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने तेज आवाज में कहा- ”थोड़ा जयकारा लगवाओ बोलबम…”.
भाजपा विधायक ने धमकाया तो इंस्पेक्टर ने छोड़ दिया दुष्कर्म का आरोपी
बीजेपी एमएलए दिनेश खटिक भाजपा के विधायक जी लोग तो इंस्पेक्टर को कुछ समझ ही नहीं रहे… मेरठ में मवाना थाने के एसओ से एक विधायक की बातचीत का ये आडियो सुनें. पुलिस की नौकरी कितनी मुश्किल होती है, यह टेप सुनकर समझ में आता है. धमकी का असर भी हुआ. अभिलेखों में बदलाव कर …
प्रबंध संपादक को धमकाने वाले दरोगा ने यूं मांगी सरेआम माफी, देखें तस्वीरें
Dev Nath : दरोगा धमकी प्रकरण में मेरे साथ खड़े रहने वालों का अभिनंदन। यह मित्रों और मीडिया में आई खबरों का नतीजा ही है कि दरोगा जी अपनी दबंगई भूल गए और लखनऊ में मुझसे मिलकर माफी मांग ली। दरोगा जी भले लगे इसलिये हमने भी दिल से माफ कर दिया।
फर्जी मुठभेड़ का मुद्दा उठाने पर थानेदार ने भेजा लीगल नोटिस, सोशल एक्टिविस्ट ने भी भेजा जवाब
लखनऊ : जेल में बंद निर्दोषों को छुड़ाने और मुठभेड़ में मारे गए निर्दोषों के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए बनाए गए संगठन ”रिहाई मंच” के महासचिव राजीव यादव ने आजमगढ़ के कन्धरापुर थाना प्रभारी अरविन्द यादव की क़ानूनी नोटिस का जवाब भेज दिया है. अपने जवाब में राजीव ने कहा कि पुलिस प्रशासन …
यूपीकोका में न्यायिक हिरासत अवधि साल भर, पुलिस रिमांड 60 दिन
आतंकवाद विरोधी कानून से भी कठोर है यूपीकोका… हाल में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा यूपीकोका अर्थात उत्तर प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक- 2017 लाया गया है जो कि आतंकवाद विरोधी कानून (विधि विरुद्ध क्रिया-कलाप निवारण अधिनियम-1967) से भी कठोर है. इसमें पुलिस को इस प्रकार की शक्तियां दी गयी हैं जो कि आज …
पुलिस सिर्फ एक धोखा है, इससे विश्वास उठाना ही आपके लिए शुभ होगा!
कार की टक्कर के बाद पत्रकार तड़पता रहा, पुलिस वाला पास भी नहीं आया… दोस्तों, अपने अनुभव के आधार पर पुलिस को लेकर अपनी बात रख रहा हूं। 11 अक्टूबर की रात लगभग 11:30 पर लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल के पास एक तेज रफ़्तार वैगन आर ने पीछे से मेरी बाइक पर जोरदार टक्कर मारी और वो तेजी से निकल गया। अपनों के आशीर्वाद से मेरी जान तो बच गई लेकिन शरीर पर चोट आई थी। लेकिन दिल पर गहरा घाव वो पुलिसकर्मी दे गया, जो दूर से यह सब देखता रहा। लेकिन उसने करीब आकर ये देखने की जहमत तक नहीं उठाई कि इतनी तेज टक्कर होने के बाद घायल बाइक सवार यानि मैं, जिंदा हूं या मर गया। बन्दे ने पास की दूकान से गुटखा ख़रीदा, खाया और निकल गया।
बहुत उदार और उदात्त है यूपी पुलिस, थाने से भाग जाने देती है लफंगों को (देखें वीडियो)
यूपी की बहादुर पुलिस खुद भले चोर बदमाश न पकड़ पाए लेकिन जब कोई दूसरा पकड़ कर पुलिस को सौंपता है तो पुलिस वाले पूरी उदारता बरतते हुए उसे चले जाने देते हैं… शायद इसीलिए कहा जाता है चोर पुलिस मौसेर भाई.. नीचे कमेंट बाक्स में दिए गए एक वीडियो को देखिए…
काम बोलता है : चार घंटे तक इमरजेंसी में कराहती रही बूढ़ी मां, बेटे को जबरन थाने में बिठाये रखा
वाराणसी। यूपी में चल रहे चुनावी दंगल में भले ही ‘काम बोलता है’ का धुन आम मानुष के लिए सुशासन होने का दावा भर रहा हो पर जमीन पर थानों में वर्दी की दबंगई के आगे आम आदमी का गूंगापन और लाचारी बोल रहा है। बीते रविवार यही नजारा देखने को मिला जब अपनी 92 वर्षीय बूढ़ी मां माया देवी को उन्हीं की बहू कंचन और उसके मामा मंगला प्रसाद ने मार-पीट कर घायल कर दिया। बेटा घनश्याम जायसवाल ने तत्काल इसकी सूचना 100 नम्बर पर डायल कर दी और पुलिस से मदद मांगी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने समझौते की बेशकीमती सलाह देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
यूपी के इस दरोगा ने खुद खोल दी अपनी पोल (सुनें टेप)
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक दरोगा और डॉयल-100 सिपाही के बीच बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में दारोगा ने डॉयल-100 के सिपाही से अपने अवैध कामकाज में दखल न देने की हिदायत दी है। इस तरह दरोगा ने खुद ही अपने तमाम अवैध कामकाज की पोल खोलकर रख दी है। दरोगा का नाम राकेश शर्मा है जो मूरतगंज पुलिस चौकी में प्रभारी के बतौर तैनात है। दरोगा की वायरल ऑडियो ने पुलिस महकमे को शर्मशार कर दिया है।
यूपी में जंगलराज : धरना देने पर पुलिस वाले पीटते रहे, लड़के इंकलाब जिंदाबाद बोलते रहे (देखें वीडियो)
Yashwant Singh : ये वीडियो अंग्रेजों के जमाने का नहीं है. आज की तारीख का है. पुलिस वाले पीटे जा रहे हैं और ये नौजवान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं. इनका अपराध बस इतना है कि इन्होंने भोपाल में आठ लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मार दिए जाने के घटनाक्रम का विरोध करते हुए न्यायिक जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. ढेर सारे पुलिस वाले आए और बिना चेतावनी दिए माइक दरी छीन झपट कब्जे में लेकर युवकों को पीटना शुरू कर दिया.
मुकुल द्विवेदी, फिर इस देश में कभी पैदा मत होना… (पढें पुलिस अधिकारी शशि शेखर का दर्द)
आदरणीय मुकुल द्विवेदी मेरे बहुत अच्छे मित्र और सहकर्मी थे। मुकुल और मैं अलीगढ में 2007 में हुए दंगे में साथ साथ ड्यूटी कर रहे थे। तब भी कई गोलिया चली थी लेकिन हम दोनों सुरक्षित रहे। ऑफिसर कॉलोनी में मुकुल और मेरा आवास एक साझा चारदीवारी से जुड़ा हुआ था। तब वो सीओ सिटी फर्स्ट थे और मैं सीओ अतरौली। रात को अक्सर हमदोनो एक साथ ही 2. 00 बजे भोर ड्यूटी से वापस आते, पहले ठहाके लगाते फिर सोने जाते। मुकुल एक निहायत ही शरीफ, मृदुभाषी, संवेदनशील और भावुक इंसान थे।
यूपी में जंगलराज : लाख रुपये न देने पर पुलिस वालों ने पीटकर मार डाला और लाश हवालात में टांग दिया
यूपी की संभल पुलिस का बर्बर चेहरा… युवक की हवालात में मौत… परिजनों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप… हवालात के शौचालय में फाँसी पर झूलता मिला युवक का शव… पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी समेत सात पुलिस कर्मियो को किया निलंबित… मजिस्ट्रेटी जाँच के दिए आदेश… परिजनों ने काटा हंगामा…. भारी पुलिस बल मौके पर तैनात… कई थानों की पुलिस को बुलाया गया…
कोतवाल संजयनाथ तिवारी पर फिर रपट दर्ज
इसके अलावा 14 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी केस…. कोतवाल संजय पर इसके पहले भदोही, लखनउ, वाराणसी, जौनपुर, इलाहाबाद में भी दर्ज है लूट, हत्या डकैती, बलातकार व माफियाओं से साठगांठ कर आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की रपट… वर्दी की धौंस जमाकर करता रहा है अवैध वसूली, कई बार हो चुका है निलम्बित… दस हजार करोड़ से भी है उसके पास अधिक की संपत्ति …अरसे से हो रही है भ्रष्ट कोतवाल के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग…
इंस्पेक्टर ने बताया यूपी पुलिस की इज्जत बचाने का तरीका- ”राजनीतिक लोगों से मेलजोल न बढ़ाएं”
Vinod Sirohi : पुलिस से थानों या सार्वजनिक जगहों में बदतमीजी करने वाले कुछ राजनीतिक लोग एसा जानबूझकर करते हैं| अपनी दबंग छवि बनाने के लिए और उसे कैश करने के लिए| ऐसे कुछ लोग जानबूझकर पुलिस से उलझते हैं और उनके अनुशासन का फाइदा उठा कर इन्सल्ट करने की कोशिश करते हैं| थानों में घुस कर गाली गलौच करना तोडफोड करना हमला करना ऐसे ही लोग निश्चित केलकुलेशन के साथ करते हैं, और अक्सर व बार-बार करते हैं| उनके साथ उनके स्थानीय समर्थकों का जमावड़ा भी होता है| कभी ज्यादा मामला उलझने पर जन ताकत का बेजा स्तेमाल करने से नहीं चूकते हैं|
दुनिया सुधर जाएगी लेकिन न तो यूपी का ‘समाजवादी जंगलराज’ सुधरेगा और न सुधरेगी अपढ़ व भ्रष्ट यूपी पुलिस
Request for intervention as post Nirbhaya legal reforms fails to reform UP police
Respected Madam,
In wide public interest I want to draw your kind attention towards poor implementation of Sec 166 (A) (c) Indian Penal Code, a post Nirbhaya amendment in criminal law, on recommendations of Justice Verma Committee. Section 166 (A) (c) inserted in IPC, makes non-registration of FIR an offence, in case of acid attacks, molestation/ sexual harassment, rape and women trafficking. It was made punishable by a rigorous imprisonment for a minimum period of 6 months which can be extended up to 2 years. This Criminal Law (Amendment) Act came into force from February 2013.
बलिया में सिपाही ने की अवैध वसूली की शिकायत तो एसपी ने किया सस्पेंड, आहत सिपाही ने दिया इस्तीफा (देखें वीडियो)
उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के नरही थाने के पिकेट पर हो रही अवैध वसूली की शिकायत करना एक सिपाही को महंगा पड़ गया. एसपी ने शिकायत करने वाले सिपाही को ही सस्पेंड कर दिया. इससे आहत निलम्बित सिपाही ने पुलिस हेड क्वार्टर इलाहाबाद को अपना त्याग पत्र भेज दिया है. उसने जान-माल की सुरक्षा की गुहार भी की है.
यूपी पुलिस रातों रात इतनी बहादुर हो गई कि उसको पत्रकारों को दौड़ा दौड़ा कर पीटना भी आ गया! …आखिर क्यों!!
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगरा में कई पत्रकारों को जमकर लाठियों से पीटा और उनको घायल कर दिया। बताया जाता है कि उनके कैमरे तक तोड़ दिय गये। पत्रकार असली थे या नक़ली..? दलाल थे या ईमानदार..? कवरेज कर रहे थे या ब्लैकमेल…? हो सकता है कुछ लोगों के मन में इस दखद समय में इसी तरह के विचार आ रहे हों! हो सकता है कि कुछ प्रेस क्लबों में शराब के नशे मे धुत कुछ कथित क़लम के सिपाही सरकार को गिराने से लेकर एक एक को देख लेने का प्लान भी बना भी चुके हों!
स्कूल यूनीफार्म में नाबालिग छात्रा ने थाने में पुलिस वालों को चाय पिलाया (देखें वीडियो)
देश के प्रधानमंत्री भले चाय बेच चुके हों और चाय बेचने का बार बार गर्व से जिक्र करते हों लेकिन उनके पीएम बनने के बाद भी बाकी चाय वालों की जिंदगी में अच्छे दिन नहीं आ पाए हैं. स्कूली ड्रेस में एक नाबालिग छात्रा चाय बेचने की मजबूरी के कारण थाने में पुलिस वालों को चाय पिलाने पर मजबूर है, वह भी फ्री में. बाल अधिकार जैसे कानून के होने के बावजूद खुद पुलिस वाले इसकी सरेआम धज्जियां उड़ाते हं. आजमगढ़ क्षेत्र के डीआईजी, बलिया के पुलिस अधीक्षक और गड़वार थाना के पुलिस कर्मी इसी कक्षा चार की छात्रा के हाथों दी गई चाय को चुस्कियां लेकर पीते रहे.
पीएम की चंडीगढ़ यात्रा के दौरान चौकसी के नाम पर पुलिस ने पत्रकार के पिता को उठाकर थाने में डाल दिया
चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल के पत्रकार अमित चौधरी जो अभी तक दूसरों की परेशानियों, उन पर हुए अत्याचारों को दिखाते और बताते रहे हैं, आज खुद उसका शिकार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के चलते उनके साथ वो सब हुआ जिसे वह ‘तानाशाही, जुल्म, अत्याचार, प्रताड़ना और भयावह’ जैसे शब्दों के जरिये बयां करते हैं। यही नहीं, कारगिल युद्ध में देश के लिए दुश्मन से लोहा लेने वाले ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह के बेटे का निधन हो गया, उन्हें सेक्टर 25 के श्मशान घाट में बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया। क्योंकि प्रधानमंत्री की रैली के चलते श्मशान घाट को पार्किंग में बदल दिया गया था। सोशल मीडिया के चलते अमित और ब्रिगेडियर देवेंद्र की तकलीफ का पता हमें लग भी गया लेकिन हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी तकलीफ और पीड़ा बताने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया का मंच नहीं है लेकिन असहनीय पीड़ा है।
भगवान के बाद पुलिस का नाम लेते हैं लोग : डीआईजी आरके चतुर्वेदी
देवरिया । गोरखपुर जोन के डीआईजी आरके चतुर्वेदी का कहना है कि प्रदेश में पुलिस विभाग के कर्मचारियों का व्यवहार और आचरण ठीक न होने की वजह से जनता अत्यधिक दुःखी है। उन्होंने कहा कि भगवान या ईश्वर के बाद पहले डाक्टरों का नाम आता था लेकिन अब भगवान के बाद पुलिस का नाम लिया जाता है और लोग पुलिस पर अत्यधिक विश्वास करने के लिए विवश हैं क्योंकि डाक्टर तो केवल शरीर का ईलाज कर सकता है लेकिन पुलिस शारीरिक, आर्थिक और मानसिक तीनों समस्याओं का इलाज करती है। यह कहना है गोरखपुर जोन के नवागत उप पुलिस महानिरीक्षक आर के चतुर्वेदी का।
सपा अध्यक्ष ने दरोगा की जीभ काट लेने की धमकी दी, आईपीएस अमिताभ ने की डीजीपी से जांच की मांग
वाराणसी : सपा सरकार के जमाने में जो न हो जाए, कम ही है. वाराणसी जिले के सिगरा थाने के लल्लापुर चौकी के दारोगा रामसरीख को पहले तो समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राज कुमार जायसवाल ने फोन पर जीभ काटने की धमकी दी। इसके बाद एसएसपी ने कार्य की लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी प्रभारी को लाइनहाजिर कर दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक रिकॉर्ड आडियो वायरल हो गया। रिकार्ड में सुनाई दे रहा है कि सपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार जयसवाल दरोगा की जुबान काटने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही कई एसओ के जिला कार्यालय में बैठे होने की बात कहते हुए बता रहे हैं कि कई दरोगा तुम्हारी शिकायत कर रहे हैं। तुम्हे लाइन में बैठा दूंगा।
पुलिस विभाग में “लीडरशिप” को कुत्सित प्रयास बताने पर आईपीएस का विरोध
लखनऊ पुलिस लाइन्स के मुख्य आरक्षी बिशन स्वरुप शर्मा ने अपने सेवा-सम्बन्धी मामले में एक शासनादेश की प्रति लगा कर अनुरोध किया कि उन्हें इस बात का अपार दुःख और कष्ट है कि शासनादेश जारी होने के 33 साल बाद भी इसका पूर्ण लाभ पुलिस कर्मचारियों को नहीं दिया गया. पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों को श्री शर्मा की यह बात बहुत नागवार लगी कि “उसने विभाग के पुलिस कर्मचारियों की सहानुभूति प्राप्त करने का एक प्रयास किया है” और पुलिस विभाग के कर्मचारियों को लाभ दिलाने की सामूहिक बात लिखित रूप से प्रकट की है.
देवरिया में तैनात दरोगा शांति भंग के अपराध में भेजा गया मेरठ जेल
मवाना (मेरठ) : जनपद देवरिया में तैनात एस टी एफ के दरोगा को शान्ति भंग की आंशका के चलते उप जिलाधिकारी ने पुलिस हिरासत में जेल भेज दिया। जनपद मेरठ की मवाना तहसील के ग्राम तिगरी में रास्ते को लेकर सुबह के समय दो पक्षो में विवाद हो गया। सूचना पर उपजिलाधिकारी अरविन्द कुमार सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी डी पी सिंह व तहसीलदार भूपेन्द्र बहादुर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
यूपी में जंगल राज : पुलिस वाले ने आठ साल के इस बच्चे के साथ क्या किया, देखें वीडियो
यूपी में पुलिस पहले से ही हैवान थी और आज भी है. कोई बदलाव सुधार नहीं आया है. फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज में थाने के अन्दर पुलिस 8 वर्ष के मासूम बच्चे पर जुल्म ढा रही है. मासूम बच्चे को पट्टे से बर्बरता से मारती पुलिस इसे अपनी मर्दानगी का सबूत समझ रही है. पुलिस ने पॉकेट मारी के आरोप में 8 वर्ष के बच्चे पकड़ा था. थाने का हेड कांस्टेबल धनीराम इस बच्चे के लिए कैसे यमराज बन जाता है, देखिये यह कुछ सेकेंड्स का वीडियो…
ये है अखिलेश यादव की नाक तले काम कर रही लखनऊ पुलिस की हकीकत
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज डीआईजी लखनऊ आर के चतुर्वेदी को पत्र लिख कर लखनऊ पुलिस की हकीकत बताई है. पत्र में उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी डॉ नूतन ठाकुर ने स्वयं से सम्बंधित एक शिकायती पत्र थाना गोमतीनगर में भेजा पर थानाध्यक्ष और एसएसआई सहित सभी ने पत्र रिसीव करने तक से मना कर दिया. श्री ठाकुर ने इस सम्बन्ध में एसएसआई से फोन पर बात करना चाहा तो उन्होंने इससे भी मना कर दिया.
यूपी पुलिस के सीओ आशुतोष मिश्रा की कारस्तानी : पिच्चू मिश्रा की जगह धर्मेंद्र तिवारी को छह साल जेल कटवा दिया
04 सितम्बर 2009 को क़स्बा अनंतराम, थाना अजीतमल, जिला औरैया में महेंद्र कुमार की हत्या हुई जिसमे अनिल कुमार त्रिपाठी नामजद हुए और पिच्चू मिश्रा आरोपों के घेरे में आये. विवेचना के दौरान विवेचक सीओ अजीतमल आशुतोष मिश्रा ने जबरदस्ती पिच्चू मिश्रा की जगह धर्मेन्द्र कुमार तिवारी पुत्र चंद्रशेखर को पुच्ची मिश्रा बताते हुए 11 सितम्बर 2006 को गिरफ्तार कर इटावा जेल भेज दिया जबकि वे जानते थे कि यह पिच्चू मिश्रा नहीं है.
गौरी हत्याकांड : यूपी पुलिस पर गंभीर मानवाधिकार हनन का आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने कल अपने पति अमिताभ ठाकुर के साथ गौरी हत्याकांड के कथित घटनास्थल पर अभियुक्त की बहन डॉली से बातचीत के आधार पर उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग और यूपी के डीजीपी को अभियुक्त के परिवार वालों के मानवाधिकार उल्लंघन के सम्बन्ध में शिकायत की है. डॉली ने इन्हें बताया था कि पुलिस गिरफ़्तारी की रात 12 बजे और फिर 4 बजे सुबह बिना महिला पुलिस के आई थी और उन लोगों ने डॉली सहित महिलाओं से अभद्रता की थी.
यूपी के डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ गवाही देंगे आईजी अमिताभ ठाकुर
आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर अपने ही डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद आत्महत्या मामले में पुलिस के सामने गवाही देंगे. उन्होंने आज प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिख कर इस बात से अवगत कराया है. पत्र में उन्होंने यह कहा है कि श्री प्रसाद के साथ पिछले लगभग डेढ़ माह में काम करते हुए उन्होंने उनकी कार्यप्रणाली में वे सभी बातें देखीं जो संकल्प आनंद ने अपने सुसाइड नोट में कहा था.
यूपी में जंगलराज : आधी रात दरवाजा तोड़कर घर में घुसी पुलिस ने पत्रकार को हवालात में बंद कर धमकाया
बरेली से खबर है कि मीडियाकर्मी योगेन्द सिंह पर कार सवार बदमाशों ने हमला बोल दिया. इस प्रकरण को लेकर मुकदमा नवम्बर 115 /014 थाना देवरनिया बरेली में दर्ज है. योगेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों के साथ मिलकर सांठगांठ कर लिया है. पुलिस मामले के गवाहों को धमका रही है. गवाही करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कह रही है. बाद में पुलिस ने मामले में एफआर लगवा दी. इस मामले के विवेचना अधिकारी सीओ बहेड़ी बनाए गए थे. योगेंद्र ने बताया कि विवेचना अधिकारी के ऑफिस के एक कर्मचारी ने फोन कर जानकारी दी कि डीआईजी ने मुकदमे को विवेचना के दौरान ही खत्म करवा दिया. इस तरह आला अधिकारियों के दबाव में मुकदमे में एफआर लग गई. आरोपियों विनय अग्रवाल उर्फ गुड्डू, डा०पंकज अग्रवाल, मनोज, विनीत अग्रवाल आदि पर कई अलग-अलग थानों व जिलों में निम्न अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं…
यूपी में जंगलराज : जौनपुर में पुलिस द्वारा एक युवक की बेरहमी से पिटाई का लाइव वीडियो देखें
पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर गये देश के प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में भले ही फिल्मों में पुलिस की ख़राब छवि दिखाए जाने की बात कही और पुलिस को स्मार्ट बनने के लिए मन्त्र भी दे डाले लेकिन पुलिस सुधरने को कतई तैयार नहीं है. इस वीडियो को देख लीजिए. इसके दृश्य देख कर एक बार सोचने पर मजबूर हो जाएंगे. ये किसी निर्माता निर्देशक द्वारा बनाई गयी फिल्मी सीन नहीं है. ये रीयल वीडियो है. बीच सड़क पर पुलिस के दो जवान एक युवक को डंडे से पीटते हुए ले जा रहे हैं.
थाने का दरोगा है इनका संपादक, इसीलिए ये कर रहे हैं वाहन चेकिंग, देखें आप भी…
: अपनी कमी छिपाने के लिए मीडिया को राजदार बना रही है यूपी पुलिस : उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी कमी छिपाने के लिए अपनी लापरवाही का राजदार मीडिया कर्मियों को बना रही है। इसका उदाहरण सहारनपुर में देखने को मिला। सहारनपुर के डीआईजी ने यातायात माह की कमजोरी छिपाने के लिए पत्रकारों के जरिए वाहन चैक कराए। यह चैकिंग यातायात पुलिस की मौजूदगी में कुछ तथाकथित (अपना पत्र झोले में लेकर चलने वालों से) पत्रकारों से कराए। ऐसे पत्रकारों का यहां एक गिरोह है जो पुलिस में अपनी पहचान बनाए रखने के लिए सुबह से शाम तक डीआईजी से लेकर थाने तक का चक्कर काटता है।
बिहार कैडर के आईपीएस अमिताभ दास के समर्थन में मुखर हुए यूपी कैडर के आईपीएस अमिताभ ठाकुर
To,
Hon’ble Justice Bilal Nazki,
Chairman,
Bihar Human Rights Commission,
Patna
Subject- Regarding certain report about Sri Amitabh Kumar Das, IPS currently posted as SP, BHRC, Patna
Respected Sir,
गाजीपुर से तीन खबरें : बाजरा बनाम डाई, गो तस्कर बनाम भाजपा नेता, मंत्री बनाम ठाकुर साहब
Yashwant Singh : गाजीपुर से तीन खबरें सुना रहा हूं. पहली खेती किसानी की. बाजड़ा पिछले साल 1100 रुयये क्विंटल था, इस साल 900 रुपये हो गया है. वहीं, डाई खाद का दाम 600 रुपये बोरी से बढ़कर 1150 रुपये हो गया है. कितनी तेज देश तरक्की कर रहा है और कितना तेज गांवों किसानों का विकास हो रहा है, इसकी ये एक बानगी है. ये जानकारी मुझे पिताजी ने दी, चिंतिंत लहजे में ये कहते हुए कि ”अब खेती-किसानी में कुछ रक्खा नहीं है”.
दिल्ली और एमपी पुलिस से घूम कर शिकायत यूपी पुलिस को
19 अगस्त 2014 को इंदिरानगर, लखनऊ की शुचिता श्रीवास्तव मेरे पास आयीं और उन्होंने बताया कि करीब 15 दिन से एलेग्जेंडर जिओर्जी नामक एक व्यक्ति सीरिया निवासी बताते उन्हें भारत में अस्पताल खोलने के नाम पर संपर्क कर रहा था. एक लम्बे समय तक शुचिता और एलेग्जेंडर की इस बारे में फेसबुक पर बातचीत होती रही. शुचिता ने बताया कि यद्यपि वे समझ गयी थीं कि एलेग्जेंडर ठग है पर वे मामले की तह तक पहुँचने के लिए उसका विश्वास जीतने को उससे बात करती रहीं.
अखिलेश, ये हाल है तुम्हारे (जंगल)राज में… पुलिस रिश्वत लेकर देती है डेडबाडी!
Harendra Singh : बीती (23 सितंबर 2014) रात मेरे बेटे हर्षित का करीब 1.45 am पर फोन आया। मैंने फोन उठाया, तो घबराहट में बोला, पापा मैं चारबाग स्टेशन पर हूँ, आप जानते हैं सनबीम में मेरा सहपाठी आशीष था, वह अपने पापा को इलाज के लिए पटना से एम्स दिल्ली ले जा रहा था, पर रास्ते चारबाग से पहले ही अंकल का देहांत हो गया है, और जीआरपी पुलिस के लोग उनकी डेडबाडी नहीं दे रहे हैं, जबकि अंकल का treatment file व reference form मैं दिखा रहा हूं।
यूपी में जंगलराज : पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को जान के लाले
मुंबई से अपने गाँव ओटिया, थाना शिवरतनगंज, जनपद अमेठी आये नफीस खान से आम का एक हरा पेड़ कटता नहीं देखा गया. उन्होंने 02 अक्टूबर 12 बजे एएसपी अमेठी मुन्ना लाल के सीयूजी नंबर 1977 पर इसकी सूचना दी और कोई कार्यवाही नहीं होने पर 03 तारीख को सुबह 10 बजे फिर से बताया. करीब 1.30 बजे पुलिस चौकी इन्होना, थाना शिवरतनगंज की पुलिस आई और ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ़ तजऊ को पकड़ कर ले गयी. तजऊ चौकी इंचार्ज महेश चंद्रा को 15,000 रुपये दे कर छूटा और उसने पुलिस द्वारा बताये नफीस के फोन पर उसे भला-बुरा कहा.
नूतन ठाकुर के धरने की सूचना मिलते ही लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू की
हमारे घर हुई चोरी में भारी पुलिस निष्क्रियता के विरुद्ध मेरे द्वारा डीजीपी कार्यालय के धरने की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग यकायक तेजी में आ गया. 15 अक्टूबर की रात हुई इस चोरी के बाद किसी पुलिस वाले ने मामले की सुध नहीं ली थी. घटना के दिन से ही मामले के विवेचक छुट्टी पर चले गए थे. पांच लाख से ऊपर की चोरी होने के बावजूद मामले में एसआर केस दर्ज नहीं किया गया था और एसएसपी लखनऊ सहित किसी भी वरिष्ठ पुलिस अफसर ने नियमानुसार घटनास्थल का निरीक्षण नहीं किया था.