लुधियाना (पंजाब) के रहने वाले रवि ने बताया कि सहारनपुर में रेलवे पुलिस ने लूट मचा रखी है। लखनऊ जाते समय सहारनपुर पुलिस पहले तो ट्रेन से उतारकर पचास यात्रियों को लाइन में रेलवे पुलिस थाने ले गई। वहां जेल भेजने की धमकी देकर यात्रियों से पांच पांच सौ रुपए वसूल कर छोड़ दिया। इस तरह की रिश्वतखोरी में उन सभी यात्रियों की ट्रेन भी छूट गई।
रवि ने बताया कि विगत 3 मई को वह लुधियाना से गोन्डा अपने दोस्त के साथ शादी में शामिल होने जा रहे थे। साथ में उनके दोस्त के चाचा और चाची, उनके छोटे बच्चे भी थे। भीड.ज्यादा होने के कारण वे बच्चों के साथ स्लीपर डिब्बे में बैठ गए। उन लोगों ने अमृतसर से हाबड़ा जाने वाली ट्रेन रात नौ बजे पकड़ी। वह समय से काफी लेट थी। वे लोग उसमें लखनऊ तक जाने के लिए बैठ गए. रवि और उनका दोस्त ट्रेन की पीछे वाली बोगी में चले गए. वह बोगी बिकलांगों के लिए थी। फिर भी उस बोगी में बहुत से लोग थे।
रवि ने बताया कि वह जैसे ही सहारनपुर स्टेशन पर पहुंचे, वहां छह रेलवे पुलिस वाले मौजूद मिले। स्टेशन पर पीछे वाली बोगी के पास कोई भीड़भाड़ नहीं था। रेलवे पुलिस ने पहले तो विकलांग वाली जो लेडीज बोगी थी, उसमें से उन्होनें जेन्ट्स सब बाहर निकाल दिए। फिर एक लाइन में खड़ा होने को कहा। बाद में पुलिस वाले ने विकलांग बोगी में बाकी जितने लोग रह गए थे, उनको भी बाहर निकाल दिया। साथ ही कहा कि जिनके साथ लेडीज हैं, वे आगे वाली बोगी में चले जाएं. जो अकेले हैं, वे लाइन में खड़े हो जाएं।
रवि ने बताया कि लोग पुलिस की इस हरकत से काफी डर गए। जब रवि ने हिम्मत जुटा कर कहा कि हमारे साथ हमारे चाचा, चाची अपने बच्चों के साथ स्लीपर बोगी में हैं. कृपया हमको भी बोगी में जाने दीजिए। रेलवे पुलिस वाले ने उनको डंडा मारकर लाइन में खड़े होने को कहा। इस बीच ट्रेन चलने वाली थी। पुलिस ने उनकी एक न सुनी। ट्रेन चली गई। इसके बाद पुलिस ट्रेन से उतारे गए सभी यात्रियों को एक लाइन में स्टेशन के पीछे पुलिस स्टेशन थाने ले गई।
दो बोगियों के कुल 50 यात्री थे। थाने में रेलवे पुलिस ने कहा कि आप सब को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा। एक यात्री ने पूछा कि क्यों कोर्ट जाना पड़ेगा। पुलिस सब इंसपेक्टर बोला- आप सभी लोग लेडीज बोगी में और कुछ विकलांग बोगी में यात्रा कर रहे थे। आप लोगों के पर एफआईआर दर्ज हो रही है। इसके बाद सभी यात्रियों से पांच-पांच सौ रुपए मांगे गए। यात्रियों में से एक व्यक्ति सब इंसपेक्टर को पांच सौ रुपए देकर चला गया। शादी 5 मई को होने की वजह से रवि को भी जल्दी पहुंचना था।
रवि भी अपने दोस्त के साथ सब इंसपेक्टर को पांच सौ रुपए देने लगे तो उसने कहा कि दो लोगों के 1000 रुपये लगेंगे। जब कहा गया कि हमारे पास सिर्फ 800 रूपये हैं, तो साथ में खड़ा एक पुलिस वाले ने तलाशी ली। हमारे पास 1500 रूपये थे. उसने निकाल कर ऱख लिया और हम लोगों को भी जाने दिया।