भोपाल का एक पत्रकार है. राम शर्मा नाम से. उसका पूरा नाम रामस्वरूप शर्मा है. एक दफे इसका फोन आया. मदद चाहिए सर. हमने बोला- तूने कभी भड़ास की मदद की है? उसने कहा- नहीं. तब अपन ने कहा, पहले तू भड़ास की मदद कर. भड़ास4मीडिया डाट काम पोर्टल खोल. उसमें डोनेशन पर क्लिक कर. जनसहयोग से संचालित भड़ास के लिए कुछ डोनेशन दे, फिर बता कि हमसे क्या मदद चाहिए.
उसने कहा कि मैं हार्ट का पेशेंट हूं सर. बुरा हाल है. फिर भी जागो दुनिया नामक एक मैग्जीन निकालता हूं. उसके बारे में एक खबर छपी है भड़ास पर. उसे हटाना है. हमने कहा कि ओह… स्वास्थ्य का ध्यान रखो, बाकी सब देख लिया जाएगा. कोई दिक्कत नहीं. और हां, डोनेशन देना तो पांच हजार रुपये से कम न देना क्योंकि इससे कम की सहयोग राशि अपन लेते ही नहीं हैं.
राम शर्मा ने 2110 रुपये गूगल पे किए. हमने उसे धन्यवाद कहा. फिर उसने जिस खबर का लिंक भेजा वो जागो दुनिया मैग्जीन की बजाय जागो दुनिया चैनल से संबंधित था. जागो दुनिया मैग्जीन के बारे में तो भड़ास पर कुछ छपा ही नहीं था.
हमने कहा कि यार देख, ये जागो दुनिया चैनल तो तुम्हारा है नहीं. ये किसी गुजरात के बंदे का था जो बंद हो गया है. तो इस खबर को तू क्यों हटवाना चाह रहा है. अगर तुम्हारे मैग्जीन का प्रमोशन करना हो तो बता. तुम्हारी मैग्जीन के बारे में कुछ खराब छपा हो तो वो बता. किसी तीसरे का ठेका काहें लेता है. रही बात पैसे की तो तू वापस ले ले भाई अपने 2110 रुपये चंदे.
इस पर वह धन्यवाद कह कर शांत हो गया. बात आई गई हो गई.
अब ये बंदा कुछ समय से फिर वाट्सअप पर तंग कर रहा. कह रहा कि पैसे भी ले लिए खबर भी नहीं हटाए. हमने कहा कि यार तू अभी ले अपने पैसे क्योंकि जिस खबर को हटाने की बात कर रहा है वह तुमसे संबंधित ही नहीं है, सेकेंड, तूने भड़ास को चंदा दिया था, न कि खबर हटवाने का हर्जाना जुर्माना या फीस!
मैंने तत्काल उसके वाट्सअप पर नंबर पर पेटीएम कर दिया, 2500 रुपये. हमने कहा भाई चार सौ रुपये चंदा समझना मेरी तरफ से अपने खराब स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए.
लगा रोने वो. कहा कि हाय रे. इस नंबर पर तो मेरा कोई पेटीएम है ही नहीं. पैसा कहीं और चला गया. मुझे तो मिला ही नहीं. न मेरी खबर हटाई न मेरा पैसा लौटाया… हाय रहे….. मैं तो मर रहा हूं जी.. मेरा हार्ट फेल है.. बस दस परसेंट से काम चल रहा है….
मैंने कहा रो मत भाई… पेटीएम तेरा ही नाम दिखा रहा था, रामस्वरूप शर्मा. अगर पेटीएम इंस्टाल नहीं है तो कर ले, वालेट में गया है 2500.
पर वो रोता रहा, कोसता रहा. तरह तरह के आरोप अभिशाप श्राम लगाता रहा.
हमने कहा भाई तू जहां चाहता है पैसा, वहां का डिटेल दे.
उसने अपना गूगल पे नंबर दिया.
उस पर उसे 2110 रुपये गिन कर भेज दिए.
अब फिर वो रो रहा है कि हाय पैसे ले लिए खबर नहीं हटाए… मैं तो नंगा भिखमंगा मरने वाला…. ये क्या किया तूने यशवंत जी…
मैंने कहा कि यार तुझसे बड़ा वाला हरामी चीज आजतक अपन ने देखा नहीं है.
अब तू जो करना है कर ले. तेरी ब्लैकमेलिंग मुझसे न देखी जा रही. पूरा किस्सा लिख देता हूं. तू भी अपने आरोप लिख. अब फैसला चिरकुट जनता ही करेगी….
इस प्रकरण की छानबीन के बाद ये समझ में आ रहा है कि इस बंदे ने जागो दुनिया चैनल से संबंधित न्यूज हटवाने के लिए ठेका लिया है. इसीलिए वो खुद की इसी नाम से मैग्जीन की बात कर इसके बहाने जागो दुनिया चैनल की दो खबरें हटवाना चाहता है जो कि उससे संबंधित है ही नहीं.
जिन दो खबरों को ये हटवाना चाहता है, उसके लिंक देखें-
‘जानो दुनिया’ चैनल चलाने वाला पूर्व आईएएस संजय गुप्ता गिरफ्तारी के बाद कर रहा मीडिया कवरेज रोकने की मांग
जानो दुनिया न्यूज़ चैनल का भूतपूर्व आईएएस मालिक पत्रकारों को ओछा और दो कौड़ी का समझता है
ज्ञात हो कि हम प्रेम में कोई भी काम कर देते हैं. पर कोई अगर ब्लैकमेल करके काम कराना चाहेगा तो उसका बाप भी नहीं करा सकता. राम शर्मा उर्फ रामस्वरूप शर्मा मुझसे 2500 रुपये एक्स्ट्रा ले चुका है फिर भी टर्रा रहा है. कभी खबर हटाने की बात कहता है, कभी मेरे बारे में पैसे लेकर खबर हटाने की बात कहकर न हटाने की दास्तान छापने की बात करता है तो कभी पूरी तरह हार्ट फेल होने, खुद के अविवाहित होने और अपनी मां के अभी अभी गुजर जाने की बात कहकर इमोशनली ब्लैकमेल करता है.
पर इस पाखंडी को पता नहीं कि तूने जो अपने बाप से सुपारी ली है खबर हटवाने की, वो कतई पूरा न होने दूंगा. मुझे अब ये भी शक है कि तूं कोई जानो दुनिया नामक मैग्जीन भी निकालता है. तू पूरा का पूरा फ्राड है भाई. तुझे जहां जो कुछ छापना है, छाप ले. चिरकुट कहीं के. तेरे जैसों के दो पांच हजार से भड़ास नहीं चल जाता न तेरे जैसे मुझे ब्लैकमेल कर पाते हैं.
-यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया