Connect with us

Hi, what are you looking for?

सियासत

इन दुराचारियों के लिए रात हो या दिन, कितनी भी उम्र की हो, बस औरत होनी चाहिए

Manika Mohini : कोलकता के नडिया ज़िले के जीसस एंड मेरी कॉन्वेंट स्कूल की 71 वर्षीय नन के साथ दो दिन पूर्व हुए सामूहिक बलात्कार के दोषी हालाँकि स्कूल के CCTV कैमरे में देखे जा चुके हैं लेकिन अब तक पकडे नहीं गए. इन हवस के मारों के बारे में सोचिए, कितने ज़लील हैं ये, 71 वर्ष की महिला के झुर्रियों से भरे हुए शरीर और नन के कपड़ों में कौन सा स्त्री-सौंदर्य होगा जिसने इन मरदुओं को अपनी हवस मिटाने के लिए प्रेरित किया? कहाँ हैं वे लोग जो बलात्कारियों के पक्ष में तर्क देते हैं कि औरतें ऐसे कपडे पहनती हैं, वैसे मेकअप करती हैं, रात को घर से निकलती हैं आदि आदि.

<p>Manika Mohini : कोलकता के नडिया ज़िले के जीसस एंड मेरी कॉन्वेंट स्कूल की 71 वर्षीय नन के साथ दो दिन पूर्व हुए सामूहिक बलात्कार के दोषी हालाँकि स्कूल के CCTV कैमरे में देखे जा चुके हैं लेकिन अब तक पकडे नहीं गए. इन हवस के मारों के बारे में सोचिए, कितने ज़लील हैं ये, 71 वर्ष की महिला के झुर्रियों से भरे हुए शरीर और नन के कपड़ों में कौन सा स्त्री-सौंदर्य होगा जिसने इन मरदुओं को अपनी हवस मिटाने के लिए प्रेरित किया? कहाँ हैं वे लोग जो बलात्कारियों के पक्ष में तर्क देते हैं कि औरतें ऐसे कपडे पहनती हैं, वैसे मेकअप करती हैं, रात को घर से निकलती हैं आदि आदि.</p>

Manika Mohini : कोलकता के नडिया ज़िले के जीसस एंड मेरी कॉन्वेंट स्कूल की 71 वर्षीय नन के साथ दो दिन पूर्व हुए सामूहिक बलात्कार के दोषी हालाँकि स्कूल के CCTV कैमरे में देखे जा चुके हैं लेकिन अब तक पकडे नहीं गए. इन हवस के मारों के बारे में सोचिए, कितने ज़लील हैं ये, 71 वर्ष की महिला के झुर्रियों से भरे हुए शरीर और नन के कपड़ों में कौन सा स्त्री-सौंदर्य होगा जिसने इन मरदुओं को अपनी हवस मिटाने के लिए प्रेरित किया? कहाँ हैं वे लोग जो बलात्कारियों के पक्ष में तर्क देते हैं कि औरतें ऐसे कपडे पहनती हैं, वैसे मेकअप करती हैं, रात को घर से निकलती हैं आदि आदि.

 

Advertisement. Scroll to continue reading.

इन दुराचारियों के लिए रात हो या दिन, कितनी भी उम्र की हो, बस औरत होनी चाहिए। ऐसों के लिए फाँसी की सजा भी कम है, इन्हें सजा देने का और इस स्थिति से उबरने का केवल एक ही उपाय है कि इनका शापित अंग काट कर इन्हें नामर्द बना दिया जाए या इन्हें तुरंत नामर्द बनाने वाली कोई औषधि खिलाई जाए. ताकि भविष्य में ये कोई ऐसी हरकत न कर सकें। जिन में बहुत ‘मर्दानगी’ भरी है, जो उनसे सम्भलती नहीं, उन्हें नामर्द बनाना ही इस समस्या का एकमात्र हल है. इस बात को निर्णायक गण कब समझेंगे?

महिलावादी मनिका मोहिनी के फेसबुक वॉल से.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. Dharam Chand Yadav

    March 18, 2015 at 8:01 am

    71 वर्षीय नन के बलात्कारियों नामर्द बना दिया जाना चाहिए तभी
    इस समस्या का हल निकलेग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement