खबर आ रही है कि इंदौर में सबसे अधिक धनी अपने आपको मानने वाले एक अखबार दबंग दुनिया में 7 अगस्त तक कर्मचारियों को सेलरी नसीब नहीं हुई है। यानी 1 या 2 तारीख को वेतन देने वाले इस लखपति अखबार में इतने दिनों तक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। वैसे रक्षाबंधन पर्व पर कर्मचारियों के हाथों में वेतन नहीं आने से कई मायूस दिखाई दिए। इधर ईमेल से मिली खबरों के अनुसार यह बात सामने आ रही है कि अखबार में इनकम टैक्स का डंडा चला है इस कारण 7 अगस्त तक कर्मचारियों के अकाउंट में वेतन नहीं पहुंचा है।
सूत्र बताते हैं कि संध्या दैनिक अखबार खोलने की घोषणा के बाद कई अखबार मालिकों ने खुलकर इनकम टैक्स का डंडा किया है, जिससे पिछले तीन दिनों से इनकम टैक्स की कार्रवाई चल रही है इस कारण कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है। वैसे सत्य क्या है यह तो वे ही जाने, लेकिन सूत्रों के हवाले से तो यही खबर आ रही है।
20 प्रतिशत कटौती का डंडा
सूत्र बताते हैं कि इस लखपति अखबार में 7 अगस्त तक वेतन तो नहीं दिया है ऊपर यह घोषणा कर दी है कि इंदौर सहित सभी जगह से प्रकाशित अखबार के कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि इसी कारण अब तक वेतन नहीं दिया गया है। वैसे इस 20 प्रतिशत कटौती को मजीठिया से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि 20 प्रतिशत कटौती उन कर्मचारियों की गई है, जिन्हें आधे पैसे बैंक अकाउंट से और आधे बाउचर से दिए जाते हैं। इसके बाद सितम्बर में मजीठिया लागू करने की घोषणा कर दी जाएगी। वैसे अभी तक किसी भी कर्मचारी का वेतन बैंक में जमा नहीं होने से सभी के दिल की धड़कन बंद हो चुकी है।
नहीं हुआ 15 अगस्त को लांच
पहले यह घोषणा की जा रही थी कि 15 अगस्त को सांध्य दैनिक लांच किया जाएगा। लेकिन यह घोषणा हवा में उड़ गई। सूत्र बताते हैं कि फिलहाल जो अखबार निकल रहा है उसमें ही करीब 20 रिपोर्टर, सब एडिटर और ऑपरेटरों की आवश्यकता है। फोन लगाने के बावजूद कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं, जो जा रहे हैं उन्हें विरोधी सीधे हकाल देते हैं। यानी अपने ही दुश्मन बनकर थाली में छेद करने के लिए लगे हैं। और इस पर 20 प्रतिशत की कटौती ने एक और नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। अब राय देने वालों का क्या वह तो मालिक को राय देते रहते हैं, लेकिन मालिक ऐसे चमचों की राय लेकर ऐसे निर्णय करें तो उसे क्या कहेंगे।जो कुछ भी हो आगे क्या होगा इसका इंतजार करें।
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Rajesh kumar
August 10, 2017 at 12:38 pm
बाधवानी जी को यही सलाह दूँगा कि गुटका और मीडिया इंडस्ट्री में बहुत अंतर है यहाँ कर्मचारियों का सम्मान और नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। नहीं तो जब परिवार के सदस्य बागी होते हैं तो कारोबार राजएक्सप्रेस या फाइन टाइम्स जैसा हो जाता है।
ईसलिए कर्मचारियों से मित्रवत व्यवहार करें किसी को प्रताड़ित ना करें। कर्मचारियों से काम लेना सीखे ना कि भय फैलाना।