भोपाल : दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय द्वारा प्रतिवर्ष दिए जाने वाले प्रतिष्ठित अलंकरणों की घोषणा कर दी गई है। संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज ने बताया कि इस वर्ष का प्रतिष्ठित दुष्यंत कुमार राष्ट्रीय अलंकरण देश के प्रख्यात बहुविध रचनाकार श्री संतोष चौबे को दिया जाएगा। वहीं सुदीर्घ साधना सम्मान इंदौर के श्री शरद पगारे को और आंचलिक भाषा सम्मान सीधी के श्री बाबूलाल दाहिया को दिये जाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि इन राष्ट्रीय अलंकरणों के अलावा 11 स्मृति सम्मान भी प्रदान किए जाते हैं जिनमें राजेंद्र जोशी सम्मान डॉ पुष्पेंद्र पाल सिंह को, कमलेश्वर सम्मान श्री युगेश शर्मा को, कन्हैयालाल नंदन सम्मान विनीता राहुरीकर को, बालकवि बैरागी सम्मान पवार राजस्थानी को, विट्ठल भाई पटेल सम्मान चरणजीत सिंह कुकरेजा को, डॉ सुषमा तिवारी सम्मान प्रतिभा गोटीवाले को, ब्रज भूषण शर्मा सम्मान अशोक व्यग्र को, अखिलेश जैन सम्मान सोमेंद्र यादव को, बाबूराव गुजरे सम्मान डॉ रामवल्लभ आचार्य को, डॉ विजय शिरढोणकर सम्मान बाल वाटिका के संपादक श्री भेरूलाल गर्ग को और अंश लाल पन्द्रे सम्मान विमल भंडारी को दिए जाने की घोषणा की गई है।
यह घोषणा दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय के अध्यक्ष श्री अशोक निर्मल, कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती ममता तिवारी और निदेशक राजुरकर राज ने संग्रहालय के संरक्षक श्री राम राव वामनकर, श्री मुक्तेश वार्ष्णेय, वरिष्ठ सदस्य डॉ गिरिजेश सक्सेना, अशोक धमेनिया, महेन्द्र गोगिया की उपस्थिति में की। संग्रहालय के स्मृति सम्मान दुष्यंत कुमार जयंती पर 1 सितंबर को दिए जाएंगे, जबकि राष्ट्रीय अलंकरण समारोह संग्रहालय के स्थापना दिवस 30 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।