मौत के दरवाजे पर खड़ा एक होनहार रिपोर्टर… ईटीवी एमपी-छग भोपाल ब्यूरो के सीनियर रिपोर्टर सुनील तिवारी की हालत नाजुक… ईटीवी प्रबंधन ने मुंह मोड़ा… पीड़ित की मदद में आए राजधानी के पत्रकार गण… खबर भोपाल से है… ईटीवी मध्यप्रदेश -छत्तीसगढ़ के भोपाल ब्यूरो के सीनियर रिपोर्टर सुनील तिवारी पैरालिसिस अटैक के चलते अब बिस्तर पर जिंदगी मौत की लड़ाई से जूझ रहे हैं… दरअसल पिछले दिनों दफ्तर से लौटने के बाद रात को खाना खाते समय तिवारी अचानक बेहोश हो गए थे… उन्हें तुरंत निजी बंसल अस्पताल ले जाया गया… जहां डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज बताया, लेकिन अब उनके शरीर का एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया है… न ही वे बोल सकते हैं, न सुन सकते हैं…किसी तरह का मूवमेंट नहीं कर पा रहे हैं…
मूलतः यूपी के गोरखपुर निवासी सुनील तिवारी लंबे समय से ईटीवी में कार्यरत हैं…परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं…आरएफसी हैदराबाद के बाद वे भोपाल में वरिष्ठ रिपोर्टर की भूमिका निभा रहे हैं…बीजेपी, इनकम टैक्स, कांग्रेस, सीएम हाउस, ईओडब्ल्यू, मंत्रालय, सीबीआई जैसी महत्वपूर्ण बीट में एक्सक्लूसिव खबरें देने में महारत हासिल है… चर्चा है कि सुनील तिवारी की इस हालत के पीछे ईटीवी प्रबंधन का भी हाथ है… जगदीश चंद्रा के जाने के बाद ईटीवी में लगातार छंटनी की जा रही है… करीब 10 स्ट्रिंगरों और जबलपुर, इंदौर के स्टाफर्स रिपोर्टरों को हटाने के बाद अब भोपाल ब्यूरो के रिपोर्टरों की छंटनी की जानी है…
बताया जा रहा है कि सुनील तिवारी पर इस्तीफे के लिए लगातार प्रेशर बनाया जा रहा था… वाट्सएप ग्रुप पर खबरों को लेकर बेइज्जती भी की जाती थी… जिस दिन तिवारी घर पर ब्रेन हेमरेज के चलते बेहोश हुए थे उसके दो दिन पहले ही उन्होंने अपनी पत्नी को बताया था कि उनकी नौकरी जा सकती है… सुनील तिवारी के पहले दीपक गंभीर, विकास कौशिक को भी बीमारी के दौरान जबरदस्ती टर्मिनेट कर दिया गया था… जब से ईटीवी का स्वामित्व रिलायंस के नेटवर्क 18 के पास आया है तब से छंटनी जोरों पर है… फिलहाल तो छंटनी की धमकी से एक पत्रकार मौत के मुहाने पर है…घटना के बाद ईटीवी प्रबंधन के कान खड़े हो गए हैं… ये भी पता चला है कि सोमवार को शीतकालीन सत्र के पहले दिन रिपोर्टर जितेंद्र शर्मा को विधानसभा परिसर में हार्ट अटैक आ गया… उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है…