सुरेंद्र कुमार कुशवाहा को ग्वालियर में ईटीवी का ब्यूरो चीफ बनाया गया है. वे पहले भी वर्ष 2007 से 2013 तक ईटीवी के ब्यूरो प्रमुख रह चुके हैं. बीच में वे बंसल न्यूज से जुड़ गए थे. इसके बाद मासिक पत्रिका समग्र समय को मजबूती देने में जुटे रहे. लंबे समय तक कैमरा और आईडी से दूर रहने के बाद सुरेंद्र ने फिर से मुख्यधारा की पत्रकारिता शुरू कर दी है और ईटीवी के हिस्से बन गए हैं.
नितिन राठी एक कथित रीजनल न्यूज़ चैनल “यूपी नाउ” से जुड़ गए हैं. वे खुद चेयरमैन बनकर ये चैनल लांच करने का दावा कर रहे हैं. चैनल का हेड ऑफिस कानपुर बताया गया है. यहीं से न्यूज़ चैनल लांच किया जाएगा. कानपुर प्रेस क्लब के मंत्री व वरिष्ठ पत्रकार सुनील गुप्ता जी चैनल में पोलिटिकल एडिटर बने हैं.
फरीदाबाद से खबर है कि पुलिस ने एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार विनोद मित्तल और उनके कैमरामैन मनोज की उस वक़्त जमकर पिटाई कर दी, जब वे लोग नेशनल हाइवे 2 पर गांव झाड़सेंतली के समीप आरक्षण हेतु जाट आंदोलनकारियों के जाम की घटना का कवरेज कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस कर्मियों ने इन दोनों की लाठियों से पिटाई कर दी. ये दोनों पुलिस को कहते रहे कि वे पत्रकार हैं, कवरेज करने आए हैं, लेकिन पुलिस वाले उन्हें पीटते रहे. पत्रकार विनोद मित्तल के पैर में काफी चोटें आई हैं.
लखनऊ से सूचना है कि विपिन चौबे ने इंडिया न्यूज से इस्तीफा दे दिया है. वे एपीएन न्यूज चैनल के साथ जुड़ गए हैं. विपिन चौबे ने यह जानकारी फेसबुक पोस्ट में दी है. विपिन ने लिखा है- ‘दोस्तों इंडिया न्यूज में 3 साल का सफर आज खत्म हुआ….अगली पारी और बडी जिम्मेदारी के साथ नयी शुरुआत बतौर स्टेट हेड एपीएन न्यूज के साथ। आपके प्य़ार ,सहयोग और सुझावो का हमेशा कायल रहा हूँ लिहाजा आगे भी आपके साथ, सहयोग, सुझाव और स्नेह का आकाक्षी रहूंगा। एपीएन न्यूज को आप टाटा स्काई के चैनल नंबर 481, डेन केबल 350, नेटविजन-216 और सिटी केबल पर 366 पर उपलब्ध है।’
उधर, आईटीवी नेटवर्क ने विकास खन्ना को नई जिम्मेदारी देते हुए उन्हें इंडिया न्यूज मे नेशनल सेल्स हेड के रूप मे नियुक्त कर दिया हैं. इससे पहले विकास खन्ना इंडिया न्यूज में ही सीनीयर वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर कार्यरत थे. इंडिया न्यूज आईटीवी का नेशनल हिंदी न्यूज चैनल हैं.
मुम्बई से संचालित सीइएन न्यूज चैनल में राजेश रजक को मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बनारस से सूचना है कि दैनिक जागरण के पूर्व वरिष्ठ फोटो पत्रकार अरविंद सिंह का हृदय गति रूक जाने से आकस्मिक निधन हो गया. वर्षों तक फोटो पत्रकार के रूप में अपनी अलग पहचान रखने वाले अरविन्द ने पत्रकारिता के साथ ही भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता के रूप में अपना करियर शुरू किया और चेयरमैन क्लब तक का मुकाम हासिल किया. अपने मजबूत पहचान के दम पर जहाँ एलआईसी में करोड़ों का निवेश कराने वाले अरविन्द गिने चुने अभिकर्ताओं में अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते रहे, वहीं कार्य की बढ़ती जिम्मेदारी के चलते दैनिक जागरण की नौकरी तो छोड़ दिया पर प्रबंधन से जुड़े रहने के चलते वर्षों तक मान्यता प्राप्त फोटो पत्रकार बने रहे.