कमल शुक्ला-
बहुत ही दुखी मन और हृदय कठोर कर सूचना दे रहा हूँ कि कांकेर निवासी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार साथी सुशील शर्मा ( संपादक, बस्तर बंधु) Sushil Sharma जिन्हें ब्रेन हेमरेज के बाद कुछ ही दिनों पूर्व रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था, वे सुबह 7.30 को हमारे बीच नही रहे।
पुराने मध्यप्रदेश के जमाने से बस्तर संभाग में 40 वर्ष से अधिक बेबाक और निर्भीक पत्रकारिता के लिये अपनी विशेष पहचान रखने वाले साहित्यिक रुझान के सुशील भैया के स्नेहिल मार्गदर्शन की छाया अब हमें नही मिल सकेगी।
पत्रकारिता के लिए किए गए उनके संघर्ष को बस्तर और संपूर्ण छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल पाएगा उन्होंने हर प्रकार के खतरे उठाते हुए और उनकी परवाह ना करते हुए अपनी पत्रकारिता अंतिम क्षणों तक निर्भीकता से जारी रखा जबकि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से प्रदेश में स्थापित किसी भी प्रकार की सत्ता ने उन्हें प्रताड़ित करने में कोई कमी नहीं छोड़ रखी थी।
वे प्रदेश के तमाम ईमानदार व निर्भीक पत्रकारों के लिए आदर्श थे, मेरे लिए तो यह व्यक्तिगत क्षति भी है । बहुत अधूरा महसूस कर रहा हूँ, मेरे तमाम संघर्षो में वे मेरे लिए प्रेरक व बड़े भाई के रूप में रहे, उनके जाने से मेरे अंदर का बहुत कुछ टूट सा गया है, उन्होंने मुझे छोटे भाई जैसा स्नेह व संरक्षण दिया था, – – – – इन सबके बारे में, उनके जीवन व लेखन के बारे में फिर कभी ।
विनम्र श्रद्धांजलि!