Yashwant Singh : ऐसी हरकतें जंगलराज में ही हुआ करती हैं… कानून को तो इन वर्दीवालों ने अपने घर की खेती बना लिया है… अपने खिलाफ खबर छापे जाने से नाराज होकर आप पत्रकार गैंगस्टर लगा देंगे… ??? यहां कहां का लोकतंत्र है…
यह रिवाज़ तो दुनिया के किसी लोकतांत्रिक देश में नहीं है. गैंगस्टर शुदा पत्रकारों की बाइट आ गई है. सुनिए जानिए पूरा प्रकरण और इस मामले को फैलाने में मदद करिए.
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भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
इन प्रतिक्रियाओं को भी पढ़ें-
Hemant Tiwari : इस पूरे प्रकरण पर मेरी अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश अवस्थी जी, डीजीपी एडीजी जोन मेरठ और आईजी मरेंज मेरठ से बात हुई है. अत्यंत गंभीर विषय है और बिना किसी मुकदमा तथा साक्ष्य के 4-4 पत्रकारों पर गैंगस्टर लगाना किसी भी स्थिति से अनुचित है. मैंने सभी अधिकारियों से इस मामले में पत्रकारों की ओर से विरोध दर्ज कराते हुए एसएसपी नोएडा की इस कार्यवाही को अलोकतांत्रिक कहा है और मांग की है कि तत्काल प्रभाव से किसी उच्च अधिकारी से प्रकरण की जांच कराई जाय और अग्रेतर कार्यवाही स्थगित की जाए.
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार और यूनियन लीडर हेमंत तिवारी की प्रतिक्रिया.
कुछ अन्य टिप्पणियां….
Suresh Kumar Sharma : Top Cops r busy in their own individuality… Is that pledge U’ve sworn during worn this defence dress of public service… Rastriya Jan sewak (IPS’s) be sensitive to real working culture without self insult or respect…! Jai Ram Rajya Administration Aum Shanti
Sudhir Singh : आजमगढ़ में मेरे खिलाफ 4 मुकदमे दर्ज हुए हैं और 2 में चार्जशीट एक हफ्ते में कंप्लीट होकर कोर्ट चली गयी है, जबकि अपराधियो की विवेचना 6 महीने में भी पूरी नहीं हो पाती.
Shubhendu Shukla : नोएडा पुलिस ने जो किया वह अत्यंत ही शर्मनाक है। निर्दोषों को कैसे पुलिस अपने नाम के लिए वर्दी और पॉवर का दुरूपयोग कर फंसाती है, ये साफ हो गया। सच में, जिस तरीके से एसएसपी ने प्रेस नोट जारी किया, उसके मुताबिक वहाँ सभी गैंगस्टर ही बैठे थे। पत्रकार एक दो ही मान्यता प्राप्त रहे होंगे। लेकिन उन पत्रकारों ने शायद आजतक सिर्फ गुडवर्क ही छापा होगा।
Sushmita Gita Dixit : Welcome to new era friends now we r crimnals
ठाकुर भूपेंद्र सिंह चौहान : अपनी नाकामी और मक्कारी को छिपाने के लिए यूपी पुलिस किस हद तक गिरकर घटिया हरकत कर सकती है, यह इन पत्रकारों की गिरफ़्तारी से साफ़ हो गया. जो पत्रकार आज मजे ले रहे हैं, प्रेस वार्ता में अपने ही पत्रकारिता जगत के परिवारी सदस्यों के खिलाफ मजे से प्रश्न पूछ रहे थे, वो अपना भ्रम दूर कर लें. आज नहीं तो कल उनका भी नंबर है. जब तक पत्रकारों में विखंडन रहेगा, ऐसी घटिया हरकते घटती रहेंगी.
Namita Prajapati : वर्दी का रौब सर चढ़ गया है। लेकिन कानून नाम की भी चीज है इस दुनिया में। जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
पूरे प्रकरण को समझने के लिए इन्हें भी पढ़ें–
Stuti
August 26, 2019 at 5:05 pm
ye baat thiq hai magar kuchh patrkar pahle bhi eak case mai jail ja chuke hai unmai se eak Raman Thakur hai jo pahle India TV ne esikam ki vjaha se nikal diya thaa. magar India Tv ke assignment had ne usai back darvaje rakha huya hai. Raman Thakur ne apne khas Mr. SG Assignment had ke dwara apne kisi ristedar ko lagva diya aur usi ke nam par vaha India TV ke liye kaam kar raha hai aur payment apne ristedar ke nam par leta hai assignment SG aaj bhi usse sath mai hai jo Raman Thakur se apne kam karata rahta Assignment had ne uske dwara 5 makan bana liye jin mai se 2 Jalvau Vihar Q,R Blok mai hai aur eak Rose Avenew Mauzar bear mai 2 Vipan Gardan Delhi mai hai aur aaj bhi assignment had ne Eak Cameraman Yadav ko un-offical Chhutti De rakhi hai jo Raman Thakur ki pairrvi kar raha hai agar Raman Thakur aur India tv ke Mr. SG assignment aur Yadav Camerman ki Call ditail nekal lee jaya to SG assignment had ke bhi sare karname age ajainge. Aur es mai Rajat Sharma ko bhi jach karne Chaiy ki Rman Thakur ko back darvaje kyon rakha esse assignment had kafi proparti bana chuka hai eis ki jach Rajat Sharma ko krani chaheeya.