वाराणसी से प्रकाशित दैनिक जागरण के सिगरा थाना क्षेत्र के रिपोर्टर यूसुफ को मीरजापुर कोतवाली पुलिस वासली गंज की रहने वाली 25 वर्षीय लड़की के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। सिगरा थानाध्यक्ष बृजेश नाथ त्रिपाठी ने युसुफ की गिरफ्तार मीरजापुर पुलिस द्वारा किए जाने की पुष्टि की। एसपी मीरजापुर अरविंद सेन का कहना है कि युसुफ की गिरफ्तारी लड़की के अपहरण के आरोप में की गई है. लड़की बालिग है. उसका मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराया जा रहा है. युसुफ के खिलाफ मीरजापुर कोतवाली में लड़की के अपहरण की धारा 363, 366 के अन्तर्गत मुकदमा कायम है. इसी मामले में युसुफ की गिरफ्तारी हुई है.
उधर, दैनिक जागरण के एनई मनोज मिश्र का कहना है कि युसूफ नाम का उनके यहां कोई रिपोर्टर नहीं हैं. उसे हटाये 3 से 4 महीने हो गया. दैनिक जागरण के क्राइम रिपोर्टर दिनेश सिंह ने भी युसुफ को जागरण का रिपोर्टर मानने से इंकार किया. कहा कि वे केवल संवाद सूत्र रहे हैं. कई बार रखे गए और हटाये गये. दैनिक जागरण के डीएनई जयप्रकाश पाण्डेय ने भी युसुफ के 4-5 महीने पहले निकाले जाने की बात कही.
हालांकि महीनों पहले दैनिक जागरण के संवाद सूत्र रहे युसुफ की पहचान आज भी सिगरा थाना क्षेत्र में दैनिक जागरण रिपोर्टर के रूप में चर्चित है. मीडिया में ऐसी परंपरा है कि सभी थाना क्षेत्रों में खबरों के लिए रिपोर्टर को वेतन न देना पड़े इसके लिए वे बहुधंधी लोगों को संवाद सूत्र के रूप में रखते हैं. बदले में उन्हें दो, चार सौ और कई अखबार कुछ हजार रुपये देते हैं. इसकी आड़ में थाने से जुड़ा संवाद सूत्र संबन्धित थाना क्षेत्र में उस अखबार के रिपोर्टर के रूप में जाना जाता है. वो अपनी पहचान भी रिपोर्टर ही बताता है. युसुफ का महमूरगंज के एक प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में रेस्टोरेंट भी है. वहां बाहर से आने वाले मरीजों को खाने-पीने का सामान मनमाने दाम पर बेचता है और इसकी शिकायत बराबर मिलती है. यदि कोई विरोध करता है तो दैनिक जागरण रिपोर्टर के नाम पर अपना जलवा टाइट रखता है.
साभार- क्लाउन टाइम्स, वाराणसी