आदरणीय अमिताभ जी,
नमस्कार
देश-विदेश में आपके करोड़ों प्रशंसकों में मैं भी एक हूं और शुभचिंतक भी। इसलिए जाहिर है विरोधी नहीं हूं। फिल्मों में आपकी बेजोड़ अभिनय कला और व्यक्तिगत जीवन में सादगी के बारे में लिखने की जरूरत नहीं, सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। सामाजिक कार्यों में भी आपके मिलते रहने वाले योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लेकिन अत्यंत खेद का विषय है कि सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले एक लोकप्रिय कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में हरियाणा के मदना गांव (झज्जर) में लिंग अनुपात के बारे में गलत तथ्य प्रस्तुत किए गए।
गांव वाले इस कार्यक्रम को देख कर अचंभित हैं, हैरान हैं और परेशान भी। गांव वालों का कहना है कि कार्यक्रम में इस गांव के जो लोग दिखाए गए हैं वो उनके गांव के हैं ही नहीं। गांव का सर्वे करने करने वाले चिकित्सकों की टीम का दावा है कि यहां के लिंग अनुपात में काफी सुधार है जबकि आपके इस कार्यक्रम में बताया गया कि गांव में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या काफी कम है। आपने इस पर चर्चा करते हुए कन्या भ्रूण हत्या पर चिन्ता प्रकट की थी, जिसकी सर्वत्र सराहना हुई है। लेकिन इसी कार्यक्रम में एक बोर्ड भी दिखाया गया जिस पर लिखा था कि पांच सौ रुपये में गर्भपात करवाओ तथा दवाई मुफ्त में लो। गांववासियों तथा अधिकारियों ने साफ मना किया है कि ऐसा कोई बोर्ड गांव में नहीं लगा है।
अमिताभ जी, यह बात तो सही है कि हरियाणा में जहां एक द्रौपदी की लाज बचाने के लिए महाभारत हो गया था वहीं प्रतिदिन सैकड़ों कन्याओं की गर्भ में ही हत्या की जाती है। हरियाणा फूड एवं ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों ने पूरे प्रदेश में इस बुराई के खिलाफ अभियान चला रखा है। अच्छे नतीजे भी सामने आ रहे हैं। विभाग के अधिकारी डमी ग्राहक बन कर जाते हैं तथा अवैध गर्भपात कराने वाले डाक्टरों को मौके पर ही गिरफ्तार करवाते हैं। पांच सौ रुपये में गर्भपात करने की बात वैसे भी गले नहीं उतरती। इसका मतलब यह हुआ कि कार्यक्रम को धारदार बनाने के लिए आपको चैनल के रिसर्च विभाग ने गलत तथ्यों की जानकारी उपलब्ध कराई थी।
हमारा मानना है कि आप जैसी बड़ी शख्सियत कोई भी गलत जानकारी समाज को नहीं पेश करेगी। कार्यक्रम में गलत तथ्यों के कारण संबद्ध विभाग के अधिकारियों पर बिना वजह ही प्रश्नचिन्ह लग गया कि गर्भपात कराने के खुलेआम बोर्ड लगे हैं और वे कुछ कर नहीं रहे। आपको स्मरण करवाना जरूरी है कि पहले कलर्स टीवी पर प्रसारित शो न आना में भी हरियाणा की एक जाति विशेष के बारे में भ्रामक तस्वीर पेश की जा रही थी। आपसे आग्रह है कि कार्यक्रम में किसी जगह विशेष अथवा जाति विशेष के बारे में प्रस्तुत किए जा रहे तथ्यों की सत्यता की पुष्टि अवश्य कर लिया करें। कार्यक्रम कपोल कल्पित मसाला डालने से चैनल की टीआरपी भले ही बढ़ सकती है लेकिन हमारा सरोकार आपकी टीआरपी यानी साख से है।
आदर सहित
पवन कुमार बंसल
वरिष्ठ पत्रकार
हरियाणा