नासा विशेषज्ञों का कहना है कि बुद्धिमान एलियन्स पहले ही पृथ्वी का दौरा कर चुके हैं या करते रहते हैं. विशेषज्ञों ने दावा किया है कि एलियंस का हद से ज्यादा छोटा आकार होने के कारण मनुष्य उन्हें देख नहीं पाया होगा. विशेषज्ञ सिल्वानो पी. कोलोम्बानो ने कहा अतिरिक्त स्थलीय जीवों का जीवन हमारे ग्रह पर घूमते कार्बन आधारित जीवों से अलग हो सकता है. बुद्धिमान एलियन्स के पास कोई ऐसी तकनीक होगी जिसकी मनुष्य कल्पना भी नहीं कर सकता होगा, और जो कि अंतरिक्ष-यात्रा के अंतराल में सफर करने में सक्षम हो सकती है.
सिल्वानो पी. कोलोम्बानो के ये रिसर्च पेपर नए नहीं हैं. इन पेपर्स को एसईटीआई इंस्टीट्यूट वर्कशॉप के बाद इस साल मार्च में नासा के तकनीकी रिपोर्ट सर्वर पर अपलोड किया गया. इसमें यह बताया गया है कि हम कैसे अतिरिक्त स्थलीय जीवों का पता लगा सकते हैं. इस वर्कशॉप में सिल्वानो ने कहा कि वैज्ञिनिकों को अपने विचारों को विस्तारित करने की जरुरत है ताकि यह पता लगाया जा सके कि अतिरिक्त स्थलीय जीव कैसे दिखते हैं.
सिल्वानो ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “मैं बस इस तथ्य पर ध्यान दिलाना चाहता हूं कि जो बुद्धि हमें मिल सकती है और जो हमें ढूंढने का विकल्प चुन सकती है, तो उसे हमारे जैसे कार्बन आधारित जीवों द्वारा उत्पादित नहीं किया जा सकता.” उन्होंने कहा, “बाहरी जीवन की खोज में आगे बढ़ने के लिए वैज्ञानिकों को हमारी सबसे प्रतिष्ठित धारणाओं पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए. इसके साथ ही उन्हें विभिन्न विशेषताओं पर भी विचार करने की आवश्यकता है.”
इसके बाद सिल्वानो अपनी रिपोर्ट में कहते हैं कि एक्सप्लोरर यानी एलियन्स का आकार एक बहुत ही छोटी सुपर-बुद्धिमान इकाई के जितना हो सकता है और यही कारण है कि मनुष्य उन्हें देखने में सक्षम नहीं है.
सिल्वानो का मानना है कि वैज्ञानिक अन्य ग्रहों पर मौजूद आधुनिक मानव तकनीकों के संकेतों पर ध्यान दे रहे हैं. सिल्वानो ने यह भी सुझाव दिया कि ब्रह्मांड को स्कैन करते समय सभ्यता वास्तव में किन अलग अलग रूपों में कैसी दिख सकती है, इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है.
प्रस्तुति : रजनी