Yashwant Singh : केजरीवाल के एक मंत्री Gopal Rai लाल बत्ती लगी कार से अपने गांव गए थे. क्या बुरा है भाई. वीवीआईपी कल्चर सिर्फ दिल्ली में खत्म करने का वादा था. कोई यूपी बिहार का नाम थोड़े लिया था ‘आप’ ने. वैसे भी, जंगली प्रदेश यानि यूपी में लाल बत्ती लगी कार से नहीं जाएंगो तो अफसर लोग से लेकर नेता लोग अउर जनता लोग तक इनको मंत्री ही नहीं मानेंगे. इसलिए जैसा देस वैसा भेष. दूसरे, गोपाल जी को अपने गांव के लोगों को भी तो एक बार दिखाना था कि देखो, हम मंत्री बन गया हूं, लाल बत्ती वाला… पों पों पों पों…
एनडीटीवी की मूल खबर ये है….
वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देते दिखे गोपाल राय, काफिले संग लाल बत्ती की गाड़ी में पहुंचे गांव
नई दिल्ली : वीआईपी कल्चर खत्म करने के शपथ पत्र पर दस्तखत करने वाली आम आदमी पार्टी के नेता और मंत्री खुद वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देते दिख रहे हैं। अभी पिछले हफ़्ते ही दिल्ली सरकार के एक कार्यक्रम में वीआईपी और वीवीआईपी लोगों के लिए अलग गेट को लेकर विवाद हुआ था। अब दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय लाल बत्ती लगी गाड़ी में बैठे दिखे।
गोपाल राय यूपी के मऊ जिले में अपने पैतृक गांव गए थे। वहां वह यूपी सरकार की लाल बत्ती लगी गाड़ी से पहुंचे। यही नहीं, उनकी गाड़ी के आगे पीछे गाड़ियों का एक बड़ा काफिला भी चल रहा था। वहां के एसडीएम और आरटीओ भी उनके काफिले के साथ थे ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो। हालांकि इस पूरे मामले पर सफाई देते गोपाल राय ने कहा कि उन्होंने लाल बत्ती हटवा दी थी, लेकिन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि वह लाल बत्ती की गाड़ी में सवार होकर गांव पहुंचे। जहां तक काफिले की बात है तो गोपाल राय ने कहा कि वहां उनसे मिलने बहुत से लोग आए थे, जिनमें हर तरह के लोग थे, जो गांव तक उनके साथ गए थे।
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.
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