पिछले दिनो रहस्यमय हालात में जान गंवा बैठे न्यूज चैनल ‘आज तक’ के खोजी रिपोर्टर अक्षय सिंह के परिवार ने मध्य प्रदेश सरकार से किसी भी तरह की आर्थिक मदद लेने से साफ मना कर दिया है। उऩकी मांग है कि अक्षय की मौत की घटना की निष्पक्ष जांच हो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय के परिजनों से मुलाकात कर हर तरह से मदद करने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा था – मैं उनके परिवार के साथ खड़ा हूं. एक मां ने अपना बेटा खोया है और बहन ने अपना भाई। मैं उसकी कमी तो पूरी नहीं कर सकता, लेकिन मैं उनका दुख कम करने की कोशिश करूंगा। वो जैसा कहेंगे हम वैसा करेंगे। नौकरी को लेकर बहन से बात की है। भाई की तरह मैं उस बहन की देखरेख करने की कोशिश करूंगा। मेरी जिंदगी का मिशन है कि व्यापम का सच सामने आए।’
उधर, व्यापम घोटाले से जुड़ी नम्रता दामोर के मौत की फाइल पुलिस ने बंद कर दी है। 12 घंटे में ही पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई कि मौत की वजह में कुछ नया नहीं है। मध्य प्रदेश पुलिस ने फिर से मान लिया है कि नम्रता की मौत एक खुदकुशी है जबकि न्यूज चैनल ‘आजतक’ खुलासा कर चुका है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नम्रता की मौत गला दबाने और दम घुटने से हुई है।
मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की के एक आरोपी उत्तर प्रदेश के देवरिया का प्रभात कृष्ण शर्मा के परिवार को अब उसकी जान की चिंता सताने लगी है। परिवारवालों को अंदेशा है कि कहीं वो व्यापम की बलि न चढ़ जाए। प्रभात कृष्ण शर्मा वो छात्र है, जो भोपाल में रहकर मेडिकल की तैयारी करता था। यह कैंडिडेट्स को पैसा लेकर भोपाल पीएमटी परीक्षा में पास करवाता था। वह दो साल से फरार है।