प्रीति नाहर-
पीएम केयर फंड में 2 लाख 51 हजार डोनेट करने वाले विजय पारीख का दर्द है ये। अहमदाबाद के विजय की मां का निधन इलाज के अभाव में हुआ। अस्पताल में बेड तक ना मिला। अब पूछ रहे हैं कि तीसरी लहर के लिए और कितना डोनेट कर दूं ? परिवार में और किसी नहीं खोना चाहता।
रवीश कुमार-
अहमदाबाद के रमेशभाई विजय पारिख ने पीएम केयर्स में ढाई लाख रुपये दान किए थे। उनकी माँ को अस्पताल में बिस्तर नहीं मिला। लिख रहे हैं कि कृपया बताइये कि तीसरी लहर के लिए कितना दान करें कि बिस्तर मिल जाए।
इन सिसकियों को सुन कौन रहा है? नए विवादों को उस मोड़ पर पहुँचा दिया गया है जहां से इन्हें जल्दी केंद्र में लाया जाएगा। अख़बार और चैनल के पाठक और दर्शक हर दिन एक नई हेडलाइन और डिबेट की तलाश में घूम जाएँगे। जिन पर बीती है वो वहीं रह जाएँगे। शायद वो भी कुछ नया खोजने लगेंगे। हालात फिर से जस के तस रह जाएँगे।
शीतल पी सिंह-
विजय पारिख, अहमदाबाद के व्यवसाई हैं, जब मोदीजी ने पीएम केयर फंड बनाया तो मोदीजी/RSS/BJP के एक प्रबल समर्थक होने के नाते और “हिंदू” होने के नाते उन्होंने दो लाख इक्यावन हजार रुपए का सहयोग इस फंड में किया।
इसके बाद कोरोना की महामारी के समय जब उनकी माताजी गंभीर रूप से बीमार पड़ीं और अस्पताल में बेड की जरूरत पड़ी तो पारिख साहेब ने मोदीजी, RSS ,स्मृति ईरानी ,BJP पदाधिकारियों ,राष्ट्रपति आदि सबसे गुहार लगाई । किसी के यहां जूं न रेंगी और उनकी मां इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर मर गईं ।
अब उन्होंने फिर ट्वीट करके इन्हीं लोगों से पूछा है कि वे कितने रुपए का चंदा पीएमकेयर में दें कि जब कोरोना की तीसरी वेव चले तो उनके किसी बीमार परिजन को अस्पताल में बेड मिल सके और उसकी जान बच सके ?!
अहमदाबाद के रमेश भाई विजय पारिख पहले प्रचंड भक्त हुआ करते थे। देखें उनके पुराने ट्वीट-