सुप्रीम कोर्ट में दो वरिष्ठ अधिवक्ता आपस में भिड़ गए. मामला था अडानी पावर और जयपुर विद्युत निगम लिमिटेड के बीच सरचार्ज भुगतान की सुनवाई का. नौबत यहां तक आ गई की दोनों वकीलों ने एक दूसरे के काम के तरीकों पर भी सवाल खड़ा कर दिया.
मामले में दुष्यंत दवे जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और अभिषेक मनु सिंघवी अडानी पावर की तरफ से पक्ष रख रहे थे. सुनवाई के दौरान सिंघवी के कुछ कहने पर दवे ने कहा कि, ‘आप अदालत के फैसले को बकवास बता रहे हैं.’
दवे की बात को सिंघवी ने घटिया हरकत करार देकर कहा कि, ‘घटिया हरकत, मुझे अपनी बकवास बाहर निकालने दें और कोर्ट मुझे सही करे.’ इसपर दवे ने जवाब दिया, ‘मैं लायक नहीं हूं. आप इस देश के सबसे अच्छे वकील हैं.’
सिंघवी ने दवे के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि, ‘वह मेज पर हाथ पटक रहे हैं, वह चिल्ला रहे हैं, यह सब क्या है? हम यहां किसी से भी डरने नहीं आए हैं.’
सुनवाई के दौरान ही सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि वह अडानी पावर की तरफ से दाखिल आवेदन को वापस लेना चाहते हैं. जिसका दवे ने यह कहकर जवाब दिया कि, ‘इसे दाखिल करना ही धोखाधड़ी थी.’
बीच में टोके जाने पर सिंघवी फिर भड़क गए. उन्होंने कहा कि, ‘जब मैं अपनी बात कहता हूं, तो वह भी बहस करना शुरू कर देते हैं. यह हास्यास्पद है.’
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भी मामला सूचीबद्ध करने को लेकर भी विवाद हुआ था. जिसका सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया और सुनवाई के लिए बुधवार को सूचीबद्ध करने का आदेश दिया था. इस दौरान कोर्ट ने रजिस्ट्री स्टाफ से मामले को सूचीबद्ध करने में देरी को लेकर सवाल किया था.
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