शिशिर सोनी-
अनुसुइया उईके बन सकती हैं देश की अगली राष्ट्रपति। अभी छत्तीसगढ़ की राज्यपाल हैं। रामनाथ कोविंद का कार्यकाल बतौर राष्ट्रपति जुलाई में खत्म हो रहा है। कोविंद कानपुर के दलित नेता रहे हैं। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं।
अनुसुइया उईके मध्यप्रदेश के छिँदवाड़ा जिले से हैं। आदिवासी बिरादरी से हैं। राज्यसभा में रही हैं। ST Commission की उपाध्यक्ष रही हैं। आदिवासियों के बीच देश भर में बेहद लोकप्रिय हैं। रायपुर स्थित राजभवन उन्होंने हर आम और खास के लिए खोल दिया। इससे वो खासी चर्चित रही हैं।
भाजपा और राजग के वोट मिलकर एकतरफा जीत की बुनियाद नहीं रख सकते। विपक्ष के पास भाजपा नेतृत्व वाले राजग गठबंधन दलों से ज्यादा वोट हैं। इसलिए भाजपा की कोशिश है कि ऐसे नाम आगे किये जाएं जो निर्विवाद हो। जिसपर विपक्ष ना नहीं कर पाए। लेकिन विपक्ष बदले में उप राष्ट्रपति पद चाहता है। पर्दे के पीछे शह और मात का बड़ा खेल चल रहा है। इसमें नितीश कुमार और शरद पवार का बड़ा रोल है। इसमें से नितीश उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। हैं तो वो भाजपा गठबंधन के साथ, मगर विपक्षी दलों को भी वो साधने में जुटे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए पवार के नाम पर विपक्षी एकजुट हो रहे हैं। दबाव भाजपा पर बराबर है।
भाजपा न राष्ट्रपति पद पर अपनी दावेदारी छोड़ रही है, न उपराष्ट्रपति पद पर वो गैर भाजपा नेता को बिठाना चाहती है। उपराष्ट्रपति पद के लिए karnatak governor मध्यप्रदेश के दलित नेता थावरचंद गहलोत शीर्ष नेतृत्व की पहली पसंद हैं। अरुण जेटली के स्वर्ग सिधारने के बाद गहलोत राज्यसभा में भाजपा संसदीय दल के नेता भी रहे हैं। गहलोत के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और राजनाथ सिंह के नाम भी उपराष्ट्रपति पद के लिए भाजपा के विमर्श में शुमार हैं।