समर अनार्या-
तमिलनाड में एक हत्या हुई। बिहारी मज़दूर की। हत्या झारखंड के एक मज़दूर ने ही की थी। झारखंड वाले को शक था कि बिहारी मज़दूर का उसकी पत्नी से अवैध संबंध है।

पर इतने भर पर तमिलों द्वारा बिहारी मज़दूरों पर हमलों की झूठी अफ़वाह उड़ा तीन लाशखोर लोगों ने तमिलनाड में आग लगाने की कोशिश की। उनमें से दो भाजपा नेता हैं तीसरा पत्रकार, दैनिक भास्कर का एक संपादक। तमिलनाड पुलिस ने तीनों पर संगीन धाराओं में एफ़ आई आर दर्ज कर ली है- दो तीन दिन में धर भी लेगी।
पर आप ये तिकड़ी देखिए- आग लगाने वालों में दो भाजपा नेता हैं एक पत्रकार। यही तिकड़ी है जो देश में भी आग लगाने में लगी है। दूसरे यह स्थाई तिकड़ी है, ऐसी अफ़वाहें और हिंसा फैलाती ही रहती है। ज़्यादातर अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़।
अब इस बार इनके शिकार देखिए- इस बार कोई अल्पसंख्यक नहीं हैं- दोनों तरफ़ बहुसंख्यक ही हैं- एक तरफ़ ग़रीब बिहारी आप्रवासी मज़दूर तो दूसरी तरफ़ तमिल हिंदू।
क्या मिला इन लोगों को यह आग भड़का कर- ग़रीब बिहारी मज़दूर हज़ारों की तादाद में रोज़ी रोटी छोड़ तमिलनाड से भाग निकले- उन्हें बिहार में रोज़गार देंगे ये?
जागिये इसके पहले कि ये आपका घर फूंक दें।