इस देश में अंदर ही अंदर एक महाविस्फोट से ठीक पहले की सुगबुगाहट है. धुआं बहुत वक्त से निकल रहा है. महाविस्फोट अब कभी भी हो सकता है. लाखों निवेशकों के खरबों रुपये दबाने वाले सहारा ग्रुप के प्रति लोगों का गुस्सा और नफरत दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. सहारा वाले सेबी और कोर्ट पर ठीकरा फोड़ते रहते हैं. पर असल सच यही है कि पैसे सहारा ने जमा कराए थे और वक्त पर भुगतान करने की जिम्मेदारी भी सहारा की ही है.
ऐसे ही एक केस में सहारा चीफ सुब्रत राय समेत कइयों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है. निवेशकों के पैसे हड़पने और पैसे को फर्जी तरीके से निकालने, भुगतान नही करने के जुर्म में गैर जमानती वारंट दिल्ली की एक अदालत ने जारी किया है.
जिन जिन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है, उनके नाम ये हैं-
सुब्रत रॉय
ओपी श्रीवास्तव
प्रशांत वर्मा (टेरेटरी मैनेजर)
गणेश चंद्र पांडे (जोनल चीफ)
बसंत बल्लभ पांडे (रीजनल मैनेजर)
रंजना कुमारी (ब्रांच मैनेजर)
मामला पहाड़गंज दिल्ली का है. निवेशक विमला देवी और उनकी बेटी गीतांजली ने सहारा Q शॉप यूनिक प्रोडक्ट रेंज लिमिटेड में 6 वर्ष के लिए फिक्स डिपॉजिट किया था. 2016 में टीडीएस कटने और पैसे डूब जाने का डर बताकर बिमला के खाते को सहारियन यूनिवर्शल सोसायटी में ट्रांसफर करवा दिया गया और टीडीएस के नाम पर पैसे काटकर मैनेजर द्वारा रख लिया गया.
यही नहीं, गीतांजली के खाते से फर्जी साइन करके पैसे भी निकाल लिए गए. इसकी शिकायत दोनों महिलाओं ने स्थानीय पुलिस को दी मगर प्रशासन का सहयोग नहीं मिलने पर इन्हें न्यायालय की शरण में जाना पड़ा. कोर्ट के आदेश के बाद पैसे हड़पने की प्राथमिकी दर्ज हुई. इसके बावजूद इन लोगों द्वारा उनके खातों का भुगतान न देकर टालमटोल किया जाता रहा. प्रशासन ने भी जांच में कोई सहयोग नहीं किया. ऐसे में अब न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी कर पूछताछ करने का आदेश जारी किया है.
एफआईआर की कॉपी देखिए…
Arjun prasad
October 20, 2022 at 7:28 pm
भारत का कानून व्यवस्था एवं सरकार ही चोर है भारत का सुप्रीम कोर्ट कमीना साला चोर है साबुन नील के सहारा सुब्रत राय के साथ आम पब्लिक को लूटा है सहारा सुब्रत राय को एक बाल भी बांका नहीं कर पाएगा चोर साले लुटेरे सुप्रीम कोर्ट राजनेता प्रकाशन प्रधानमंत्री सब मिले हुए हैं
Rajeev kumar
October 25, 2022 at 2:07 pm
Mera bhi Sahara Mein 7 lakh rupya bakaya hai time pura hone ke bavjud nahin diya ja raha hai